सहारनपुर मे पिछले एक महीने से मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।  सहारनपुर एक बार फ़िर सुलग गया है। जिला प्रशासन की नाक के नीचे उपद्रवियो न सिर्फ जमकर उत्पात मचाया बल्कि बसों, कारों और बाइकों मे आग लगा दी। इतना ही नही उपद्रवियों ने मीडिया कर्मियों पर भी हमला कर घायल कर दिया। कैमरे भी लूट लिये गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया।

Saharanpur's Violence has not controlआपको बता दें कि शब्बीरपुर कांड के विरोध में दलित समाज के लोगों ने आज शहर के गांधी पार्क में महापंचायत का आयोजन करने का ऐलान किया था लेकिन प्रशासन ने भीड़ को शहर में आने से जगह जगह रोक दिया। तब वर्ग विशेष के लोगो ने जगह जगह जाम लगा दिया। शहर में आने वाले  बेहट रोड के नाजिरपुरा में बस फूंक दी गई। मल्हीपुर रोड़ पर पत्रकारों की दर्जन भर मोटरसाइकिलें आग के हवाले कर दी गई।

स्थिति को काबू में करने पहुंचे सीओ और भारी पुलिस बल पर भी भीड़ ने पथराव किया। इस दौरान एक बार फ़िर पुलिस प्रशासन बेबस व् लाचार नजर आया। वहीं दूसरी जगह मल्हीपुर रोड़ पर निर्माणाधीन महाराणाप्रताप भवन की दीवारें तोड़ दी गई और कमरे में रखे सामान में आग लगा दी।  इससे क्षत्रिय समाज के लोगो में रोष है। उपद्रवियों का आगजनी ओर तोड़फोड़ का यह खेल शहर के कई स्थानों पर चलता रहा। कहीं राहगीरों को पीटा गया तो कही वाहनों मे आग लगा दी गई।

जिलाधिकारी और एसएसपी  के साथ सभी अधिकारी मामले को शांत कराने के लिये दौड़ते रहे लेकिन उपद्रवियो ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। जिसमें कई पुलिस कर्मी ओर मीडिया कर्मी घायल हो गये। सहारनपुर मे हुए बवाल के बाद एसपी सीटी संजय सिंह और एसपी देहात रफीक अहमद को हटा दिया गया है।  प्रबल प्रताप सिंह नये एसपी सीटी और विधासगर एसपी देहात बनाये गये हैं। आगजनी तोड़फोड़ की घटनाओं मे भीमसेना और दलितों के खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज किये गए हैं। अब तक 24 लोगो की गिरफ्तारी हुई है। शहर में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है।

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