यूरोप में जंग का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका और रूस की दुश्मनी बढ़ती जा रही है। यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर रूस के बड़े पैमाने पर टैंक और युद्धपोत तैनात हैं। ये तस्वीर देखने के बाद दुनिया में खौफ का माहौल है। रूस को सबक सिखाने के लिए अमेरिका भी पूरी तरह से तैयार है। बताया जा रहा है कि यूक्रेन के साथ पूरा समर्थन दिखाने के लिए अमेरिका अगले कुछ सप्‍ताह में अपने युद्धपोत काला सागर में तैनात करने पर फैसला कर रहा है।

अमेरिकी चैनल को जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि, अमेरिकी नौसेना हर समय काला सागर में गश्त लगाती रहती है। हम वहां पर युद्धपोत तैनात कर रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन को सीधा संदेश देना चाहते हैं। बाइडेन यह जताने का प्रयास करेंगे कि अमेरिका सीधी नजर इस पूरे मामले पर है। बता दें कि, काला सागर में घुसने के लिए अमेरिकी नौसेना को 14 दिन पहले नोटिस देना होगा।

साल 1936 में हुई एक संधि के मुताबिक काला सागर में घुसने के समुद्री रास्‍ते पर तुर्की का कंट्रोल है। यह अभी तक साफ नहीं है कि अमेरिकी नौसेना ने तुर्की को नोटिस दिया है या नहीं।

इससे पहले बुधवार को अमेरिकी नौसेना के दो बॉम्‍बर ने एइगेआन समुद्र के ऊपर से उड़ान भरी थी। हालांकि अमेरिका अभी भी रूसी हथियारों की तैनाती को अभी भी आक्रामक नहीं मानता है। रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘अगर कुछ बदलता है तो हम जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’ बता दें कि रूसी सेना की बख्तरबंद गाड़ियों, टैंकों और भारी संख्या में सैन्य साजो सामान से लगी गाड़ियों के यूक्रेन की सीमा की ओर बढ़ते वीडियो को देख पूरी दुनिया सहमी हुई है।

इस बार यूक्रेन सीमा पर गाड़ियों की तादाद इतनी अधिक है कि, फसलों की कटाई का मौसम होने के बावजूद किसानों के ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरणों को ढोने वाली ट्रेनों को भी मिलिट्री ने अपने काम में लगाया गया है। सीमा पर खड़ी गाड़ियों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

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