गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अगर लौहपुरुष सरदार पटेल को नहीं रोका होता तो आज जम्मू-कश्मीर की समस्या नहीं होती। इतना ही नहीं राजनाथ ने यह भी कहा कि दुनिया की कोई और ताकत नहीं है जो जम्मू-कश्मीर की समस्या को हमें हल करने से रोक सके।

दरअसल गृहमंत्री गुजरात भाजपा की गौरव यात्रा में शामिल होने गुजरात पहुंचे थे। वह वहां सरदार पटेल की कर्मभूमि बारदोली में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। राजनाथ ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि जिस तरह जूनागढ़ व हैदराबाद का भारत में विलय किया गया उसी तरह जम्मू-कश्मीर को भी भारत में मिलाया गया तो आज न यह समस्या होती और न ही गुलाम कश्मीर होता।

राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी सरकार लोभी सरकार नहीं है। राजनाथ ने कहा “हम सत्ता के लोभ में सरकार में नहीं हैं। हमें सत्ता की नहीं देश की चिंता है। इसीलिए भ्रष्टाचार पर रोकने के लिए कड़े फैसले भी ले रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि गुजरात में 22 साल तक भाजपा की सरकार इसलिए है क्योंकि यह जनता की कसौटी पर खरी उतरी है। जनता तो आम तौर पर पांच से 10 साल में सरकार बदल देती है।”

राजनाथ ने आगे कहा, मोदी सरकार में भारत कमजोर नहीं रहा, चीन के डोकलाम गतिरोध से यह भी स्पष्ट हो गया है। 1962 की चीन की लड़ाई का नतीजा भी सब जानते हैं पर अब ऐसा नहीं है। पाकिस्तान और म्यांमार में भी हमारे हमारी सेना ने घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया और कई आतंकियों को भी मार गिराया।

राजनाथ का कहना है कि केंद्र सरकार ने सेना को अब खुली छूट दे दी है जिससे हर दिन दो-चार आतंकी ढेर हो रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की फायरिंग का जवाब सफेद झंडा (शांति का प्रतीक) दिखाने के बजाय बुलेट से देने के लिए सेना को खुली छूट दी हुई है।

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