केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को जम्मू-कश्मीर के चार दिन के दौरे पर श्रीनगर पहुंचे। इस दौरान राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से उनकी मुलाकात होगी। राजनाथ के साथ केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी हैं। वह दो दिन घाटी में, जबकि दो दिन जम्मू क्षेत्र में बिताएंगे।

बता दें कि राजनाथ सिंह यहां कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए सबसे पहले महबूबा मुफ्ती से मिलेंगे। वह अनंतनाग में जिला पुलिस लाइन पर राज्य के पुलिसकर्मियों और खानबल में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को भी संबोधित करेंगे।

गौरतलब है कि सिंह  9  से 12 सितंबर तक जम्मू -कश्मीर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे और प्रधानमंत्री विकास पैकेज के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से  बातचीत करते हुए कहा कि, “मैं व्यक्तिगत तौर पर चाहता हूं कि सभी से बातचीत हो। इसलिए जो भी मुझसे मिलेगा, मैं उससे बात करूंगा।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कश्मीर मुद्दे को हल करने की पूरी मंशा है।

सोमवार को जम्मू रवाना होने से पहले श्रीनगर में वे एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। जबकि राजौरी में वे बीएसएफ कैंप का भी दौरा कर सकते हैं। जम्मू में वे कारोबारियों, विस्थापितों, कश्मीरी पंडितों के अलावा गुज्जर और बक्करवाल समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।

यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह अनंतनाग, जम्मू और राजौरी भी जाएंगे। इस दौरान वे सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के अलावा कारोबारी जगत के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।

वहीं, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आज कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की कश्मीर घाटी की यात्रा से उन्हें कोई नतीजा निकलने की उम्मीद नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि उन्हें किसी से बात करने आना है तो उन लोगों (अलगाववादियों को) को रिहा किया जाना चाहिए, ताकि वे लोग अपने दिलोदिमाग की बात कह सकें।

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