उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के चौथे चरण का मतदान समाप्त हो गया है। पार्टियों,बड़े नेताओं और प्रत्याशियों के ताबड़तोड़ प्रचार,रैलियों और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बाद आज मतदाता ने अपना फैसला दे दिया है। लोकतंत्र के इस महापर्व को मनाने के लिए मतदाताओं की लम्बी कतारें देखने को मिलीं। पहले तीन चरण में शांतिपूर्ण मतदान के बाद आज हुए मतदान के दौरान कई जगह से हिंसक घटना की सूचना मिली है मतदान शुरू होने के थोड़ी ही देर बाद महोबा में बसपा और सपा समर्थकों के बीच गोलीबारी में तीन लोग घायल हो गए इसके बाद चुनाव के दौरान प्रतापगढ़ में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और एमएलसी अक्षय प्रताप उर्फ गोपाल को नजर बंद किया गया।दोनों पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप था। अक्षय प्रताप राजा भैया के रिश्तेदार हैं। रायबरेली में ईवीएम खराब होने पर भी जमकर हंगामा हुआ। इसके अलावा इवीएम में तकनीकी गड़बड़ी को छोड़करचुनाव शांतिपूर्ण रहा है। अपराह्न चार बजे तक लगभग 55 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों के लिए आज मतदान हुआ। इस चरण में कुल 680 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करीब 1.85 लाख मतदाता ने अपने मताधिकार के प्रयोग से तय किया। कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,00,31,093 और महिला मतदाताओं की संख्या 84,50,039 थी। इस चरण में 3,26,473 (18-19 वर्ष) युवा मतदाताओं ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 1034 थर्ड जेंडर (किन्नर) मतदाता भी आज के मतदान में शामिल थे। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 91,507 थी। किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों में 61 महिलाएं भी हैं। इस चरण में प्रत्याशी उतरने के मामले में बसपा ने सबसे ज्यादा 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। बसपा के बाद भाजपा के 48, सपा के 33 और कांग्रेस के 25 प्रत्याशी मैदान में थे। सबसे कम तीन-तीन प्रत्याशी एनसीपी और सीपीआई (एम) ने उतारे थे। 2012 में इन सीटों पर सपा को 24 सीटों पर सफलता मिली थी। जबकि बसपा ने 15, कांग्रेस ने 6, भाजपा ने 5 और पीस पार्टी ने 3 सीटें जीती थीं।
चौथे चरण के चुनाव में भी 680 में से 116 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 95 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। हर पार्टी ने जमकर दागी उम्मीदवारों को टिकट बांटा है। बीजेपी 19, बसपा में 12, सपा-कांग्रेस 21, आरएलडी के 9 और 24 निर्दलीय उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या में भी कोई कमी नहीं है। कुल 189 करोड़पति उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। इनमें से 64 उम्मीदवारों की संपत्ति पांच करोड़ से ज्यादा है। बसपा के सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार हैं। बसपा के अलावा बीजेपी के 36, एसपी के 26, कांग्रेस के 17 और 25 निर्दलीय करोड़पति हैं। तीसरे चरण में भी काफी करोड़पति और दागी उम्मीदवारों पर दांव लगाया गया था।
चौथे चरण में जिन दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर है उनमे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा रामपुर खास सीट से, प्रतापगढ़ के कुंडा सीट से बाहुबली निर्दलीय प्रत्याशी रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, रायबरेली से बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी व कांग्रेस प्रत्याशी अदिति सिंह, विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य ऊंचाहार सीट से, करछना विधानसभा क्षेत्र में सपा के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह शामिल हैं। प्रमोद तिवारी रामपुर खास सीट से लगातार नौ बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं वही राजा भैया भी लगातार अपने क्षेत्र से विजयी रहते आ रहे हैं।
आज हो रहे मतदान में कई दिग्गज नेताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के साथ अपने-अपने जीत के दावे किये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी लोगों से वोट डालने की अपील की है। इससे पहले चुनाव आयोग भी मतदाताओं में जागरूकता फ़ैलाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन कर चुका है। प्रचार और उम्मीदवार के बाद अब 11 मार्च को नतीजे तय करेंगे कि कौन कितने पानी में है।