पिछले साल 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर। नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर की विशेष कोर्ट में 13 हजार 500 सौ पन्नों की चार्जशीट दायर की। NIA ने पुलवामा हमले में आत्मघाती हमलावर के कई साथियों को गिरफ्तार किया था। जिन्होंने पाकिस्तान में बैठे आकाओं के इशारे पर इस हमले को अंजाम देने में आतंकवादी आदिल अहमद डार की मदद की थी। सूत्रों के अनुसार NIA ने चार्जशीट में बताया है। कि हमले में इस्तेमाल किया गया RDX पाकिस्तान से कश्मीर घाटी में लाया गया था। इस आतंकी हमले में CRPF के चालीस जवान शहीद हुए थे। आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार CRPF के काफिले से टकरा दी थी। हमले को अंजाम देने वाला आत्मघाती आतंकी आदिल डार भी धमाके में मारा गया था।
आतंकी आदिल के साथ मिलकर हमले के लिए IED बनाने वाला उमर फारूक भी मारा गया है। जबकि तीसरे शख्स समीर को आरोपी बनाया गया है। NIA ने ऐसे लोगों को भी अपनी चार्जशीट में आरोपी बनाया है जो आदिल के मददगार थे। साथ ही पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं को भी चार्जशीट में आरोपी बनाया गया है। जैश-ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को NIA ने अपनी चार्जशीट में सबसे पहला आरोपी बनाया है। मसूद के अलावा उसके भाई अब्दुल राउफ और मौलाना अम्मार को भी आरोपी बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, NIA ने चार्जशीट में सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूतों के साथ मजबूत केस बनाया है। इसमें उनकी बातचीत, कॉल डिटेल्स जैसी जानकारियां भी शामिल हैं जो हमले में उनकी भूमिका की पुष्टि करते हैं। इस चार्जशीट में करीब 20 आरोपियों के नाम हैं।