प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्तूबर को गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी का लोकार्पण करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री सीएम रूपाणी ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आजादी के बाद अनेक देशी रियासतों का एकीकरण करने में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान का जिक्र किया। गुजरात के सीएम ने कहा, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने वर्ष 2013 में सरदार पटेल की दुनिया में सबसे बड़ी प्रतिमा राज्य में स्थापित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कांग्रेस हमेशा सेसरदार पटेल को सम्मान देने में नाकाम रही। पार्टी ने हमेशा पटेल को जवाहर लाल नेहरू से पीछे रख इसीलिए उन्हे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वो पहचान नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी।

विपक्ष पर हमला बोलते हुए रूपाणी ने कहा, ‘आज कुछ लोग देश की एकता और अखंडता और साथ ही समाज को तोड़ने का काम कर रहें है। जिनके सामने एकता के प्रतिक के रूप में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ खड़ा होने जा रहा है, जो देश के लिए एक गौरव की बात बनेगी।’

बता दें कि साल 2013 में मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की नींव रखी थी। दुनिया की बड़ी इस प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर है जो सरदार सरोवर बांध के तीन किलोमीटर अंदर की ओर बनाई जा रही है। पूरी तरह से लोहे की बनी लौह पुरुष की इस प्रतिमा के निर्माण के लिए देश भर से किसानों-मजदूरों से एकत्रित किया गया है। 2,989 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के तहत सरदार पटेल की 182 मीटर की प्रतिमा का निर्माण, मेमोरियल, गार्डेन और श्रेष्ठ भारत भवन नाम से एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जाना है।

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