पीएम मोदी आज कजाकिस्तान के अस्ताना में हो रही शंघाई सहयोग की अहम बैठक में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का कजाकिस्तान दौरा काफी अहम रहने वाला है क्योंकि इस बार के शंघाई सहयोग की बैठक में भारत के साथ-साथ पाकिस्तान को भी इस संगठन की सदस्यता मिलने वाली है। फिलहाल चीन, रूस, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान एससीओ के सदस्य हैं।
पीएम मोदी के अलावा बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाक पीएम नवाज शरीफ भी आने वाले हैं। माना जा रहा है कि यहां भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की कोई मुलाकात नहीं होगी। इस बात पर इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि पाकिस्तान के रवैये को देखते हुए ऐसे हालात में दोनों देशों के बीच कोई बातचीत संभव नहीं है। पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच मुलाकात हो या ना हो लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि पीएम मोदी पाकिस्तान के आतंकवादी रवैये को बेनकाब जरूर कर सकते हैं।
भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग भी हिस्सा लेंगे और उनसे पीएम मोदी की मुलाकात भी संभव है। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि एनएसजी सदस्यता पर पिछले दिनों चीन के बयान और चीन-पाक कॉरिडोर के चलते बढ़ते तनाव की वजह से भारत-चीन के इन शीर्ष नेताओं की मुलाकात हो सकती है।
कजाजिस्तान के लिए रवाना होने से एक दिन पहले पीएम मोदी ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमे उन्होंने अपनी दो दिन की कजाकिस्तान यात्रा में होने वाली कार्यों का विवरण दिया है।