नए कृषि कानून के खिलाफ किसान पिछले 25 दिन से बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वे कृषि कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। आंदोलन में पंजाब और हरियाणा के किसान शामिल हैं। दोनों राज्य की जनता बीजेपी से नाखुश है। इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह-सबेरे दिल्ली के रकाबगंज गुरूद्वारा पहुंचे। यहां पर प्रधानमंत्री ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धाजंलि अर्पित की। और गुरुद्वारा में मत्था टेका

नरेंद्र मोदी का ये दौरा बिना किसी योजना के  हुआ है। रकाबगंज पहुंचने का फैसला अचानक  लिया गया है। मोदी यहां पहुंचे तो यहां कोई विशेष पुलिस बंदोबस्त नहीं थी और न ही किसी तरह का ट्रैफिक डायवर्जन किया गया था।

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ये वही स्थान है जहां पर सिखों के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर जी का अंतिम संस्कार किया गया था। यहां पर उनके शिशविहीन शरीर का उनके शिष्य लखी शाह बंजारा और उनके बेटे ने अंतिम संस्कार किया था।

बता दें कि पीएम मोदी ने रकाबगंज गुरूद्वारे की कुछ तस्वीर अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर की है साथ में गुरमुखी भाषा में संदेश भी लिखा, पीएम मोदी ने कहा कि आज सुबह मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में प्रार्थना की, जहां श्री गुरु तेगबहादुर जी के पवित्र शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। मैं बेहद खुश महसूस कर रहा हूं, दुनिया के लाखों लोगों की तरह मैं भी श्री गुरु तेगबहादुर जी के करुणा से प्रभावित और प्रेरित हूं। 

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शेयर की हुई तस्वीरों में पीएम मोदी मत्था टेकते हुए नजर आ रहे हैं। यहां पर मौजुद लोगों के साथ पीएम मोदी ने सेल्फी खिचाई है। इन तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि नरेंद्र मोदी के सरप्राइज विजिट से लोग कितने खुश हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रकाबगंज गुरुद्वारे का ये दौरा तब हुआ है जब दिल्ली-एनसीआर की सीमाओं पर लगभग 25 दिनों से पंजाब के सिख किसान नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। माना जा रहा है कि पीएम का ये दौरान सिख किसानों तक एक संदेश देने की कोशिश है कि सरकार किसानों से बातचीत से पीछे नहीं हट रही है। 

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