रविवार को सीएम योगी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। इस दौरे पर उनके साथ केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा भी थे। दोनों ने इंसेफेलाइटिस की बीमारी से पीड़ित बच्चों की मृत्यु पर शोक जताया। योगी ने कहा कि  इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। वह प्रेस कांफ्रेस के दौरान काफी दुखी दिखे। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस से हुई मृत्यु की पीड़ा को मुझसे ज्यादा कौन समझेगा। मैं पीड़ित परिवारजनों के साथ हूं।

योगी ने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि वे सही रिपोर्टिंग करें। उन्होंने कहा कि मीडिया के लोगों को वार्डो में जाकर रिपोर्टिंग करनी चाहिए, बाहर से नहीं। उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल में लापरवाही हुई है तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

अपने इस दौरे में उन्होंने मरीजों का भी हालचाल जाना और अस्पताल के व्यवस्थाओं से भी अवगत हुए। उन्होंने मीडिया से कहा कि 9 जुलाई को हमने वेतन ना मिलने की समस्या को सुलझाया था, लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन वाला मामला मेरे संज्ञान में नहीं लाया गया। मैंने उस दिन इंसेफेलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनिया आदि बीमारियों पर अधिकारियों से बात भी की थी किंतु ऐसी किसी भी परेशानी से मुझे अवगत नहीं कराया गया।

योगी आदित्यनाथ ने मीडिया के बारे में कहा कि मीडिया को सही तथ्यों को पता लगाकर ही रिपोर्टिंग करनी चाहिए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें पूरी छूट है कि वे वार्डो में जाएं, लोगों की समस्याएं जानें और जो सही है वो रिपोर्ट तैयार करें। इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि दो-दो, तीन-तीन के ग्रुप में पत्रकारों को जाने दिया जाए।

स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार इंसेफेलाइटिस के इस लड़ाई में पूर्ण रूप से राज्य सरकार का सहयोग करेगी। बता दें कि गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते इंसेफेलाइटिस रोग से पीड़ित कई बच्चों की मौत हो गई थी। सरकार का मानना है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों की मौत नहीं हुई। सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अब जांच की रिपोर्ट आना बाकी है।

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