रेल मंत्रालय की ओर से एक नया फरमान जारी किया गया। इस फरमान में रेलवे अगले पांच साल में 150 अरब डॉलर (करीब 9,750 अरब रुपये) से अधिक के निवेश की योजना बना रही है। रेल मंत्रालय का मानना है कि इस योजना के तहत रेल की व्यवस्था तो सुधरेगी ही साथ में 10 लाख नौकरियां पैदा भी होंगी। सुरेश प्रभु की जगह रेल मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे पीयूष गोयल ने कहा है कि वह रेलवे को ‘नई दिशा’ देने की कोशिश कर रहे हैं।

पीयूष गोयल ने कहा कि अगले पांच साल में रेलवे अकेले 150 अरब डालर से अधिक निवेश करेगी और अगर इसे रोजगार में वृद्धि के रूप में देखे तो अगले पांच साल में दस लाख अतिरिक्त नौकरियां पैदा करने में मदद मिलेगी।

गोयल ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे सरकार के सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के एजेंडे को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

उन्होंने कहा कि इससे रेलवे के बुनियादी ढांचा और भी मजबूत बनेगी साथ ही स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

गोयल ने कहा कि उनका मंत्रालय रेल लाइन के पूर्ण रूप से विद्युतीकरण के काम को चार साल में ही पूरा करने पर ध्यान दे रही जबकि पूर्व योजना के मुताबिक इसे 10 साल में पूरा किया जाना था। इससे घाटे में चल रही रेलवे को अपनी लागत में करीब 30 प्रतिशत कमी लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण पहल से रेलवे को ईंधन बिल में सालाना करीब 10,000 करोड़ रुपये की बचत में मदद मिलेगी।

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गौरतलब है कि रेल मंत्री पीयूष गोयल हाल के दिनों में रेलवे में बंपर भर्ती का एलान किया था। उन्होंने रेलवे में 1 लाख नई भर्तियों की सौगात दी थी। हाल ही में रेलवे ने ट्रैकमैन और इंजीनियरों की 4000 से अधिक बहाली निकाली थी। साथ ही  रेल मंत्रालय ने आदेश जारी किया था कि विभाग के वो ट्रैकमैन जो अफसरों के घर काम कर रहे हैं उन्हें फौरन फील्ड में ड्यूटी ज्वाइन कराई जाए।

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