पाकिस्तान की पोल एक बार फिर से खुल गई है। आतंकवादियों का पनाहगाह बनता जा रहा पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने है। इस बार भारत ने पाकिस्तान की पोल नहीं खोली है बल्कि आफगानिस्तान के एक राजनयिक ने यह खुलासा किया है। अफगानिस्तान के एक शीर्ष राजनयिक ने काबुल के मशहूर इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन का खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि यह सब जानते हैं कि पाकिस्तान आंतकियों का सुरक्षित पनाहगाह है, लेकिन हमें इससे भी आगे जाना होगा और परिषद में आम सहमति बनाकर इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
Abdul Qahar, father of one of the terrorists involved in last week attack on #Kabul Intercontinental Hotel, concedes his son was trained in Chaman of #Balochistan Province of #Pakistan by the Inter-Services Intelligence of Pakistan.Qahar is currently in custody of Afg authorities pic.twitter.com/5FsZRoBtNC
— Mahmoud Saikal (@MahmoudSaikal) January 29, 2018
संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि महमूद सैकल ने कहा कि होटल पर हमला करने वाले एक आतंकी को ISI ने प्रशिक्षण दिया था। इस हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी। महमूद सैकल ने एक ट्वीट कर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘पिछले हफ्ते काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हमला करने वालों में शामिल एक आतंकी के पिता अब्दुल कहर ने स्वीकार किया है कि उनके बेटे को पाकिस्तान की एजेंसी ISI ने बलूचिस्तान प्रांत के चमन इलाके में प्रशिक्षण दिया था। कहर इस समय अफगान अधिकारियों की कस्टडी में हैं।
बता दें कि 20 जनवरी को आत्मघाती जैकेट पहने तालिबान के आतंकियों ने आधुनिक हथियारों से काबुल के मशहूर होटल पर हमला किया था। आतंकियों ने होटल के एक कमरे से दूसरे कमरे में जाकर विदेशियों को ढूंढा और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा सैकल ने पाकिस्तान को खूब खड़ी-खोटी भी सुनाई। उन्होंने ओसामा बिन लादेन, मुल्ला उमर और मुल्ला अख्तर का उदाहरण देते हुए कहा ‘ज्यादातर सदस्य देश, आतंक के सुरक्षित पनाहों के बारे में जानते हैं। उन्हें पता है कि आतंकी समूहों के कई प्रमुख पाकिस्तान में रहे, वे पाकिस्तान में मृत पाए गए। उन्हें पाकिस्तान में मारा गया और वहीं दफनाया गया और अब, तालिबान के प्रमुख नाम पाकिस्तान में हैं। यह सबको पता है।’