बिहार की राजधानी पटना में आयोजित ‘बीजेपी भगाओ देश बचाओं’ रैली में गांधी मैदान की भीड़ देखने लायक थी। भीड़ देखकर शायद विपक्षी एकता को और बल मिला और उन्होंने नीतीश और बीजेपी के खिलाफ खूब जबानी ‘बम’ छोड़े। इस रैली में नीतीश के दल बदलने से लेकर मोदी के अच्छे दिन का हिसाब किताब मांगा गया। साथ ही कटाक्ष ऐसे किए गए जो शायद नीतीश और बीजेपी के दिल पर चुभे हों।  इस रैली में लालू हों, शरद हों या अखिलेश सबका गुस्सा रैली में फूट प़ड़ा। वहीं तेजस्वी यादव ने भाजपा को सलाह दे डाली कि वो भी नीतीश से सावधान रहे क्योंकि कभी भी वो साथ छोड़ सकते हैं। देखिए किसने क्या कहा-

लालू यादव ने कहा-

  1. नीतीश एक धोखेबाज आदमी है। जिस शरद यादव ने इनको दिल्ली में मुख्यमंत्री बनवाया। उनको ये आज गाली दे रहे हैं।
  2. एनडीए में जो भी बिहार से बड़े नेता हैं, वो सभी हमारे प्रोडक्ट्स हैं।
  3. चुनाव में हमने नीतीश के लिए प्रचार-प्रसार किया। हमारे 80 विधायक जीते, नीतीश के 71 और कांग्रेस के 27 विधायक जीते। ऐसे में हमने सिद्धांत का पक्का समझकर नीतीश को मुख्यमंत्री बनवाया।
  4. नीतीश कुमार के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज है। ये पूरा बिहार जानता है। यही नहीं शराबबंदी के बावजूद आज बिहार में शराब घर-घर में मिल रही है।
  5. नीतीश पहले संघ मुक्त का नारा देते थे। अब संघ की गोद में जाकर बैठ गए। नीतीश जैसा दल-बदलू आज तक हमने नहीं देखा। नीतीश कुमार ने ये आखिरी पलटी मारी है, अब उनके सामने कोई रास्ता नहीं है।

तेजस्वी यादव ने कहा-

  1. नीतीश हमारे चाचा हमेशा रहेंगे लेकिन वो एक अच्छे चाचा नहीं बन पाए। उन्होंने हमें और बिहार की जनता को धोखा दिया।
  2. नीतीश का जदयू नकली है। असली जदयू शरद चाचा का है। उन्होंने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है। नीतीश चाचा की उल्टी गिनती शुरू।
  3. आप लोग जो हर-हर मोदी, घर-घर मोदीका नारा लगाते थे, वो बड़-बड़ मोदी और गड़बड़ मोदीहैं।
  4. नीतीश आज हे राम से जय श्रीराम कहने लगे। ये बीजेपी के गोद में बैठने का परिणाम है।
  5. नीतीश में कोई नैतिकता नहीं है बल्कि वे बैसाखी के सहारे कुर्सी पर बने रहना चाहते हैं। ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे नीतीश ने ठगा नहीं।

अखिलेश यादव ने कहा-
1. जब बिहार की धरती रथ रोक सकती है तो भाजपा को क्यों नहीं रोक सकती।

  1. देश में 80 प्रतिशत लोगों का आधार कार्ड बन चुका है, लेकिन लोगों को उनका हक नहीं मिला है।
  2. तेजस्वी यादव से कहा कि भले ही आपकी कुर्सी छिन गई हो लेकिन आप काम करोगे तो आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। 
  3. देश में अभिव्यक्ति की आजादी छीनी जा रही है। देश के लोगों को बोलने तक नहीं दिया जा रहा है।
  4. नोटबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि नोटबंदी के नाम पर देश में गरीबों और मजदूरों की गाढ़ी कमाई लूट ली गई। किसानों की स्थिति दयनीय हो गई है।

बता दें कि इस रैली में सभी विपक्षी पार्टियों में से कोई न कोई नेता अपना समर्थन दिखाने आया था। लालू यादव और उनके परिवार के अलावा शरद यादव, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा, कांग्रेस के हनुमंत राव, डीएमके के एलांगोवन, एनसीपी के तारिक अनवर सहित कई बड़े दिग्गज नेता शामिल हुए।

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