दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में शनिवार तड़के तीन आतंकियों के द्वारा  पुलिस लाइन पर किए गए हमले में  8 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। जिसमें सीआरपीएफ के 4 और बाकी पुलिस के जवान शामिल हैं। जवाबी कार्रवाई में 2 आतंकवादी मारे जा चुके हैं जबकि तीसरे की तलाश जारी है।

सीआरपीएफ की माने तो यह हमला तड़के पौने 4 बजे  हुआ। आतंकियों ने जिला पुलिस कॉम्प्लेक्स पर ग्रेनेड फेंकते हुए अन्दर घुस आए। वहां से ये लोग पुलिस लाइन के तीन ब्लॉक्स में घुस गए। वहीं छिपकर फायरिंग शुरू कर दी। बता दें कि यहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के परिवार भी रहते हैं। इन्हें सुरक्षित तरीके से निकालते हुए सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने आतंकियों को निकालने का ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू कर दिया।

खबरों की माने तो यह हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ली है। माना जा रहा है कि तीनों आतंकी विदेशी थे।

इतना ही नहीं फिदायीन आतंकियों ने पुलिस लाइन परिसर में आग भी लगा दी। उनकी योजना वहां रह रहे परिवारों को बंधक बनाने की थी। लेकिन सुरक्षाबलों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पर इस दौरान एक घर में फंसे रहे दो एसपी– गोलीबारी की चपेट में आ गए।

गौरतलब है कि ले. जनरल जेएस संधू के अनुसार पुलिस लाइन से सभी परिवारों को निकाल लिया गया था।  संधू ने कहा कि यह ‘फिदायीन’ हमला है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी की तत्काल पहचान नहीं हो सकी है

हालांकि दो विशेष पुलिस अधिकारी अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने की माने तो सरक्षाकर्मियों ने दोपहर तक तीन में से एक आतंकवादी को मार गिराया था जबकि एक अन्य आतंकवादी का शव शाम पांच बजे के बाद बरामद किया जा सका। उन्होंने कहा कि जल्द ही तीसरे शव को बरामद कर लिया जाएगा।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू के हालत डी पर दिन और खराब होते जा रहे हैं। उधर  जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने फिदायीन हमले के पीछे सुरक्षा में कोताही से इनकार किया है। उन्होंने कहा, “अगर कोई मरने के लिए तैयार होकर आया है तो आप उसे नहीं रोक सकते हैं।”

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