बिहार के गवर्नर रामनाथ कोविंद का देश का अगला राष्ट्रपति बनना तय है। लेकिन दिलचस्प बात है कि 21 दिन पहले उन्हें शिमला के प्रेसिडेंशियल एस्टेट की रिट्रीट बिल्डिंग में एंट्री देने से मना कर दिया गया था। दरअसल मई में कोविंद शिमला गए थे। तब उन्होंने इस बिल्डिंग को देखने की इच्छा जताई थी  लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया था और आज यह वक्त आ चुका है कि अगर वह राष्ट्रपति चुनाव जीत गए तो जिसे वो देख नहीं पाए अब उसके संरक्षक बन वहां रहने जा सकेंगे।

दरअसल कोविंद और उनका परिवार यहां 28 मई को हिमाचल प्रदेश के गवर्नर आचार्य देव के बुलावे पर शिमला पहुंचे थे। वे टैक्सी किराए पर लेकर शहर के कई स्थानों पर गए थे लेकिन जब वे मशोबरा की पहाड़ियों में उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र स्थित रिट्रीट पहुंचे तो वे परिसर में प्रवेश नहीं कर सके क्योंकि उनके पास आवश्यक पूर्वानुमति नहीं थी। आपको बता दें कि प्रेसिडेंट रिट्रीट में जाने के लिए राष्ट्रपति भवन की अनुमति होना अनिवार्य है। शिमला का प्रेसिडेंट रिट्रीट भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक रिट्रीट है। यहां पर राष्ट्रपति गर्मी की छुट्टियां बिताने आते हैं। क्योंकि इस बार राष्ट्रपति चुनाव हैं इसी कारण प्रणब मुखर्जी यहां नहीं आ पाए थे।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के सलाहकार शशिकांत की माने को कोविंद बहुत ही शांत और आम जीवन जीने वाले व्यक्ति हैं। शशिकांत ने  कहा, बिहार के राज्यपाल कल्याणी हेलीपैड गए थे जिसे विशेष रूप से राष्ट्रपति के लिए बनाया गया है और मैंने उन्हें सलाह दी कि वे शिमला के जलग्रहण क्षेत्र के वनों की यात्रा करें जो दुनिया के ऐसे वनों में से एक है जिनका सबसे अच्छी तरह रखरखाव किया जाता है। वे वहां की हरियाली एवं प्राकृतिक सुंदरता से मोहित हो गए थे।

इसी को कहते हैं सब वक्त वक्त की बात है। राष्ट्रपति चुनाव आगामी 17 जुलाई को है और अगर वो यह चुनाव जीत गए तो वक्त के साथ प्रेसिडेंट रिट्रीट का संरक्षण भी उनका होगा।

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