बिहार में बहार है नीतीश सरकार है। ये लाइन तो आपने जरूरी सुनी होगी। लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बीच आम जनता की बहार तो नहीं है लेकिन नेता और अभिनेता की जमकर बहार है। बिहार में कोरोना के कुल मामले 80 हजार के पार पहुंच गए हैं। एक दिन में 12 हजार से अधिक संक्रमितों का आंकड़ा सामने आया है। कोरोना से लड़ने के लिए नीतीश बाबू ने 15 मई तक स्कूल कॉलेज बंद रखने का ऐलान किया है। साथ ही रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक जनता को नाइट कर्फ्यू में धकेल दिया है। जी हां बिहार की आम जनता नाइट कर्फ्यू के अंतर्गत आती है। लेकिन वहां पर मंत्री और भोजपुरी फिल्म की अभिनेत्रियां जमकर पार्टी कर रही हैं।

बिहार के वैशाली जिले से एक रंगीन तस्वीर सामने आई है इसमें बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की पार्टी में भोजपुरी की जानी मानी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ठुमका लगाती हुई दिख रही हैं। इतना ही नहीं मुन्ना शुक्ली की पत्नी अन्नु शुक्ली भी झूमकर नांच रही हैं। बता दें कि, मुन्ना शुक्ला और उनकी पत्नी अन्नु शुक्ला जेडीयू की पूर्व विधायक हैं। पार्टी का आयोजन पटना से 32 किलो मीटर दूर वैशाली जिले में किया गया था। पटना बिहार की राजधानी है। यहां पर नीतीश बाबू का सरकारी आशियाना है।

पार्टी का आयोजन वैशाली जिले के लालगंज के खंजाहाचक में किया गया था। यहां पर सिर्फ 20-25 लोगों से महफिल नहीं सजी थी बल्कि हजारों की संख्या में लोग पार्टी का लुत्फ उठाने के लिए शामिल हुए थे। इन तस्वीरों को देखने के बाद तो यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि, सारे नियम कानून गरीब जनता के लिए बने हैं। बाकी नेता अभिनेता के लिए नाइट कर्फ्यू और कोरोना कोई माइने नहीं रखता है।

दरअसल ये सब बाहुबली मुन्ना शुक्ला के भतीजे के उपनयन संस्कार के आयोजन के अवसर पर हुआ। 23 अप्रैल को आयोजित इस कार्यक्रम में कोरोना के नियमों की एक-एक कर धज्जिया उड़ाई गईं। रात भर हुए डांस पार्टी से नाइट कर्फ्यू का मजाक उड़ाया गया। ये कांड तब हो रहा है जब देशभर में लोग कोरोना के कारण मर रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी पड़ गई है। अस्पतालों में बेड़ नहीं है।

नाइट कर्फ्यू की धज्जिया तो उड़ाई जा रही है साथ ही डांस पार्टी के दौरान मुन्ना शुक्ला के सरकारी बॉडीगॉर्ड कार्बाइन से ताबड़तोड़ फायरिंग करते भी दिखे। मतलब ये सभी लोग मिलकर बिहार के कानून व्यवस्था का मजाक बना रहे हैं। यहां पर नियम कानून इनके लिए मिट्टी है जिसपर चलते चले जाओ।

वैसे आप को बता दें कि, ये वही अक्षरा सिंह हैं जो सोशल मीडिया पर लोगों को कोरोना से बचने का नसीहत देती हैं। मास्क लगाने की सलाह देती हैं। रामनवमी के दिन मंदिर में पूजा करते समय मास्क लगाती हैं लेकिन हजारों की भीड़ में अक्षरा मैडम कुल शहुर भुल गई हैं। मैंडम को न मास्क याद है न नहीं सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब याद है इन्हें तो बस ठुकमा लगाना याद है। अहम बात ये हे कि, अक्षरा सिंह को इंस्टाग्राम पर 2.9एम लोग फॉलो करते हैं हम सभी को पता है, आम जनता सितारों की लाइफस्टाइल से काफी प्रभावित होती है। अब अगर यही ऐसा करेंगी तो आम जनता से क्या उम्मीद रखी जा सकती है।

अब मास्कधारी नेताओं की बात कर लेते हैं। ये नेता वैसे तो मीडिया के सामने जनता को मास्क लगाने की सलाह देते हैं लेकिन बंद दरवाजे के पीछे कानून का मजाक उड़ाते हैं। नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन को पार्टी के चक्कर में भूल जाते हैं। बड़े आर्श्चय की बात है कि, रातभर यहां पर नाच गाना होता रहा और बिहार पुलिस को कानों कान खबर तक नहीं लगी।

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