बहुजन समाजवादी पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी अब मायावती के गले की फंस बनते जा रहे हैं। कल तक जो नसीमुद्दीन मायावती के सबसे क़रीबी और विश्वस्त माने जाते थे वही आज मायावती पर आरोपों की झड़ी लगा रहे हैं। मायावती जिनपर आँख मूंद कर भरोसा करती थी आज उनपर पार्टी फंड घोटाले का आरोप लगा रही हैं। खैर राजनीति में ऐसी चीजें आम हैं लेकिन मायावती पर टिकट बंटवारे को लेकर पैसे लेने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में पार्टी से निकाले गए नसीमुद्दीन सिद्दकी द्वारा जारी किये गए ऑडियो टेप इन आरोपों को पुख्ता करते नजर आ रहे हैं। साथ ही यूपी चुनावों में अपनी पार्टी के ख़राब प्रदर्शन से निराश मायावती के लिए यह दोहरा झटका है।

mayaबसपा से निकाले जाने के तुरंत बाद नसीमुद्दीन ने ऐलान कर दिया था कि वो मायावती के बारे में बड़ा खुलासा करेंगे। अपने ऐलान के मुताबिक वह मीडिया के सामने आए और कुछ ऐसी बातें बता गए जो मायावती की राजनीति और बसपा की छवि को बिगाड़ने का माद्दा रखती हैं। नसीमुद्दीन ने कहा कि मायावती ने यूपी चुनाव हारने के बाद मुसलमानों को गद्दार कहा था। उन्होंने मायावती पर 50 करोड़ मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सतीश मिश्रा और उनकी मंडली लगातार उनके खिलाफ षडयंत्र करती थी। कुछ खुलासे समय आने पर करूंगा, सब कुछ आज ही बोल दिया तो भूचाल आ जाएगा। नसीमुद्दीन ने कहा कि किसी को मारने की साजिश थी। जिसका खुलासा वो बाद में करेंगे। मायावती बार-बार ये कहती थीं कि अपनी संपत्ति बेचकर पैसा लाओ। इसके अलावा सतीश मिश्रा और मायावती के भाई आनंद कुमार लगातार उनका उत्पीड़न करते थे।

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गौरतलब है कि बसपा प्रमुख मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल सिद्दीकी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के साथ-साथ ‘भ्रष्टाचार’ का भी आरोप लगाया था। जिसके बाद नसीमुद्दीन ने मायावती के खिलाफ कई खुलासे किये। उन्होंने कई ऑडियो क्लिप भी मीडिया को दिए। जिसमे मायावती और नसीमुद्दीन की बातचीत सुनी जा सकती है। हालांकि इसके जवाब में मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोपों को ख़ारिज कर दिया और कहा कि नसीमुद्दीन ने पार्टी फंड में घोटाला किया। वह ऐसे ही अन्य कार्यकर्ताओं का फ़ोन रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करते थे। उनके आरोपों में कोई दम नहीं है। बहरहाल नसीमुद्दीन और मायावती के बीच जारी यह जंग आने वाले समय में कई नए आरोप-प्रत्यारोप की गवाह बन सकती है।

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