दिल्ली में 26 जनवरी के दिन की हिंसा के चंद दिनों बाद ही शहर के पॉश इलाके में स्थित इजराइल दूतावास के पास हुए बम ब्लास्ट ने देश की सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए थे। इस घटना में किसी तरह का कुछ बड़ा नुकसान ना होने के बावजूद भी तमाम एजेसिंयां इस बात को लेकर सतर्क हो गई गईं कि शायद यह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के पहले का पूर्वाभ्यास हो। अभी तक मामले की तहकीकात जारी है। चूंकि यह घटना इजरायली दूतावास के समीप हुई थी, इजरायल भी इस मामले के लेकर चौकन्ना हो गया है।

Netanyahu

घटना के तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भारत पर भरोसा जताया था और सुरक्षा व्यव्स्था की प्रशंसा की थी। धमाके के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमें भारत पर पूरा भरोसा है। धमाके से कुछ देर पहले ही इजरायल की ओर से भारत और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधों के 29 साल होने पर बधाई दी गई थी। ट्वीट के साथ वीडियो भी पोस्ट किया गया जिसमें दोनों देशों के बीच मधुर रिश्तों का जिक्र किया गया।

MOSAD Israiel

अब खबर है कि अब इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद भी इस मामले की जांच  से जुड़ गई है। मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के साथ इजरायली एजेंसी मोसाद भी जांच करेगी। दोनों एजेंसियां साथ मिल कर उपलब्ध साक्ष्यों की पड़ताल करेंगी औऱ घटनी की तह तक जाने की कोशिश करेंगी। मोसाद की एक टीम ने बुधवार को इस संबंध में NIA से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक मोसाद की टीम ने इस ब्लास्ट से जुड़ी कुछ जानकारी NIA से साझा की है। शुरुआती जांच के मुताबिक इस हमले में ईरान का हाथ देखा गया है।

हम आपको बता दें कि गृह मंत्रालय ने दो फरवरी को इजराइल दूतावास ब्लास्ट केस की जांच NIA को सौंपी थी। जिसके बाद तीन फरवरी को NIA ने केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी।

फिलहाल इस हमले में शक की सुई ईरान की तरफ घूम रही है। NIA नए सिरे से इस मामले में तफ्तीश कर रही है। इजराइली एजेंसियों को इस जांच में जो लीड मिली हैं उसको NIA के साथ शेयर किया गया है।

Blast

दिल्ली के लुटियंस जोन इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के बाहर 29 जनवरी की शाम IED विस्फोट के बाद हडकंप मच गया था। नजदीक खड़ी कारों के शीशे टूट गए थे। मौके से कुछ बॉल-बेयरिंग भी मिले थे। पुलिस के मुताबिक उनका इस्तेमाल बम बनाने में किया गया था। दिल्ली पुलिस को घटनास्थल के पास से एक लिफाफा भी मिला था। इस लिफाफे में एक चिट्ठी थी, जिसमें इजरायल के राजदूत को संबोधित कर लिखा था कि ‘ये तो बस ट्रेलर है।’ 

बहरहाल इस साजिश का भंड़ाफोड़ होकर रहेगा। कायरों की तरह धमकाने वाले दहशत गर्दों को जांच एजेंसियां जल्द सीखचों के अंदर लाएंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here