एक तरफ उत्तर भारत में भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। लोग चिलचिलाती धूप से परेशान हो रहे हैं। वहीं मॉनसून केरल में दस्तक दे चुका है। मौसम से जुड़े पर्वानुमान जारी करने वाली निजी स्काईमेट ने कहा कि दक्षिण- पश्चिम मॉनसून ने सोमवार को केरल में दस्तक दे दी है। इसके साथ देश में दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी बरसात का मौसम शुरु हो गया है। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अगल 24 घंटे में मॉनसून केरल पहुंच सकता है।

स्काइमेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जतिन सिंह ने कहा, ” केरल में मॉनसून जैसी स्थितियां है और हम कह सकते हैं सालाना बारिश के मौसम की शुरुआत हो गई है।” इससे पहले स्काईमेट ने अपने पूर्वानुमान में कहा था कि मानसून 28 मई को केरल पहुंचेगा जबकि आईएमडी का अनुमान था कि मानसून 29 मई को दस्तक देगा।

मौसम विभाग के मुताबिक, यदि 10 मई के बाद केरल में स्थापित 14 मौसम निगरानी केंद्रों में से 60 प्रतिशत में लगातार दो दिन 2.5 मिली मीटर या उससे ज्यादा की बारिश लगातार दो दिन तक दर्ज की जाती है, तो दूसरे दिन केरल में मॉनसून के प्रवेश की घोषणा की जा सकती है। यह मॉनसून आने के मुख्य मानकों में से एक है।

वहीं पटना में आंधी और ओले के साथ सोमवार देर शाम हुई भारी बारिश के बीच दीवार गिरने एवं वज्रपात से बिहार में 12 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, आपदा प्रबंधन विभाग को अभी विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने इसे प्री-मॉनसून बारिश बताया है।  तेज हवा के साथ बारिश और वज्रपात के चलते सासाराम, कटिहार, औरंगाबाद, नवादा जिले में दो-दो एवं गया जिले में चार लोगों की मौत हो गई। गांवों में आंधी से सैकड़ों घरों के छप्पर उड़ गए। बारिश में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह तार टूटने और फॉल्ट आने से बिजली भी गुल हो गई है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के दक्षिण-पूर्व के कई जिलों में जमकर बारिश हुई। मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर रखा था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here