इजरायल यात्रा पर गए पीएम मोदी ने यहां के किंग डेविड होटल के कमरे में रात बिताई। इस होटल को लेकर कहा जाता है कि इसका कमरा दुनिया का सबसे सुरक्षित होटल रूम है जिस पर बम और केमिकल हमले तक का असर नहीं होता। बता दें कि इस होटल के जिस कमरे में उन्हें ठहराया गया उसे धरती का सबसे सुरक्षित स्थान माना जाता है।

किंग डेविड होटल के डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशंस शेल्डन रिट्ज ने भी यही दावा किया कि उनके होटल के कमरे पर किसी भी तरह के बम या केमिकल अटैक का असर नहीं हो सकता। इसके बारे में कहा जाता है कि अगर इस पर केमिकल हमला और बम ब्लास्ट भी कर दिया जाय तो जिस सुइट में  मोदी है  वह पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।

बता दें कि इजरायल के इस होटल में सिर्फ खास मेहमानों को ही ठहराया जाता है। यहां अब तक रूके महमानों में अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज बुश, रिचर्ड निक्सन, जिमी कार्टर, बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप भी रुक चुके हैं। इसके साथ ही ब्रिटेन के पीएम विंस्टन चर्चिल, मार्गरेट थैचर, टोनी ब्लेयर भी रुक चुके हैं। इस होटल में एलिजाबेथ टेलर, प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स, रिचर्ड गेर, मेडोना और हिलेरी क्लिंटन जैसे प्रसिद्ध लोग भी रुक चुके हैं।

होटल के मैनेजर ने बताया कि पीएम मोदी समेत भारत के पूरे डेलिगेशन के लिए कुल 110 कमरे बुक किये गये हैं। पीएम मोदी के लिए यहां पर पूरी तरह से वेज खाने की व्यवस्था की गई है।

गौरतलब है कि यह होटल हसन 1931 में बना किंग डेविड होटल येरुशलम के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसने इजरायल की आजादी की लड़ाई, येरुशलम का बंटवारा सब कुछ देखा है। सन 1946 में इस होटल में ब्लास्ट हुआ था जिसमें 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद इस होटल को इस तरह तैयार किया गया कि यह हर तरह से सुरक्षित रह सके।

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