अब सबसे बड़ा प्रश्न उठ खड़ा हो गया है कि देश की व्यवस्था देशवासी तय करेंगे या देश का संविधान और कानून। क्योंकि अगर ऐसा है तो इसी तरह की हत्याओं की खबर आगे भी सुनने को मिलेगी। अरुणाचल प्रदेश में भीड़ का गुस्सा देखने को मिला है। यहां  भीड़ ने नाबालिग से रेप के दो आरोपियों को पुलिस स्टेशन से बाहर निकालकर बुरी तरह पीटा और जिंदा जला दिया। घटना सोमवार को यहां के तेज़ू शहर में हुई। पुलिस के मुताबिक, संजय सोबोर (30) और जगदीश लोहार (25) नाम के दो आरोपियों को भीड़ ने पुलिस कस्टडी से छुड़ा लिया और चौराहे पर पीट-पीटकर उनको बेहोश कर दिया और फिर उनको जिंदा जला दिया।

आरोपी असम में चाय उगाने का काम करते थे। इन पर एक बच्‍ची के साथ दुष्‍कर्म और हत्‍या का आरोप था। खबरों के मुताबिक, ये आरोपी अरुणाचल के चाय बागानों में काम करने आए थे। गत् 12 फरवरी को 5 साल की एक बच्‍ची के साथ दुष्‍कर्म और फिर उसकी हत्‍या का मामला सामने आया था। इस बच्‍ची का शव चाय बागान से मिला था।  ये वही चाय बागान है, जहां ये आरोपी काम करते थे। अरुणाचल प्रदेश पुलिस के डीआईजी (ईस्टर्न रेंज) अपुर बितिन ने बताया, “घटना सोमवार को दोपहर 12:05 बजे हुई। करीब 1000 लोगों की भीड़ ने तेजू पुलिस स्टेशन पर हमला किया और लॉकअप तोड़कर दोनों आरोपियों को ले गई। इस हमले में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।”

रिपोर्ट के अनुसार रेप के आरोपियों को उग्र भीड़ ने पहले पुलिस स्टेशन से बाहर निकाला और फिर घसीटकर नजदीकी चौराहे पर ले गई। जहां पीट-पीटकर दोनों का बुरा हाल कर दिया और दोनों को आग लगा दी। इसके बाद भीड़ ने शवों को मार्केट एरिया में ही डाल दिया। इससे पहले 12 फरवरी को करीब छह वर्षीय बच्ची वाकरो स्टेशन के नजदीक एक गांव से लापता हो गई। बाद में परिजनों को नाबालिग बच्ची का शव नामगो जंगल में मिला। बच्ची का सिर धड़ से अलग था। उसके शरीर पर गहरे घाव के निशान थे। उसके शरीर से खून बह रहा था। बाद में बच्ची से रेप और हत्या के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों सोबोर और लोहार को गिरफ्तार किया।

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