बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन शुक्रवार (9 फरवरी) को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही ह। यह बॉलीवुड की पहली फिल्म है, जो मेन्सटूरेशन हाइजिन के प्रति जागरुक करती है। अक्षय कुमार अक्सर समाज को जागरूक करने वाली फिल्में बनाते है।

वहीं महिला और बाल विकास मंत्रालय पीरियड्स के दौरान महिलाएं साफ-सफाई और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने को लेकर जागरूक हों, साथ ही सभी को सैनिटरी पैड मिल सके इस दिशा में एक पॉलिसी बनाना चाहता है। महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि हम जल्द ही एचआरडी मिनिस्ट्री, हेल्थ मिनिस्ट्री और नीति आयोग के साथ चर्चा कर एक पॉलिसी तैयार करने की कोशिश करेंगे।

मेनका गांधी ने तमिलनाडु के ए.मुरुगनाथम के जीवन पर बनी फिल्म पैडमेन की प्रड्यूसर ट्विंकल खन्ना और डायरेक्टर आर. बालकी के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा कि सैनिटरी पैड स्कूलों में बांटे जाएं या एनजीओ के जरिए दिए जाएं, इनका डिस्पोजल कैसे किया जाए, ऐसे कई सवाल हैं। इसलिए इसे लेकर एक पॉलिसी बनाने की जरूरत है।

मेनका ने कहा कि ए. मुरुगनाथम ने पैड बनाने के लिए करीब 90 हजार रुपये की मशीन बनाई है। हम इस पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या सभी सांसदों से कहा जाए कि वह सांसद निधि से अपने इलाकों में ऐसी मशीन लगवाएं। उन्होंने कहा कि जल्द ही नीति आयोग के साथ हम इन सब मसलों पर मीटिंग करेंगे।

इसके साथ ही मेनका गांधी ने सैनिटरी पैड पर लगने वाले 12 पर्सेंट जीएसटी को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि अभी सैनिटरी पैड की मार्केट में ज्यादातर मल्टीनैशनल कंपनियां हैं, टैक्स कम करने से उनका कब्जा ही ज्यादा हो जाएगा। जो छोटे ग्रुप सैनिटरी पैड बनाते हैं वह टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं। हम चाहते हैं कि सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए सैनिटरी पैड लोकल लेवल पर ही बनें।

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