लोग हर मुद्दे पर खुल कर बात करते हैं लेकिन जब भी बात मेंसट्रुएशन की होती है तो लोग चुप हो जाते हैं। इस मुद्दे पर बात करने वाले लोगों को भी बेशर्म समझा जाता है। आज की जनरेशन खुले ओर मॉडर्न विचारों की है ओर हर मुद्दे पर खुल कर बात करती है मुद्दा मेंसट्रुएशन का क्यों न हो। अक्षय कुमार की फिल्म ‘पैडमैन’ लोगों ने इसपर खुल कर बात करनी शुरू की है।

हाल ही में मलाला यूसुफजई पैडमैनकी प्रोड्यूसर और अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना के साथ फिल्म के प्रमोशन के चलते ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी गई थीं जहां उन्होंने मेंसट्रुएशन के मुद्दे पर बात की। इस दौरान ट्विंकल और मलाला ने सभी छात्रों के साथ हाथ में सैनिटरी नैपकीन पकड़ कर फोटो खिंचवाई जो लोगों को खास पसंद नहीं आ रही है। जिसमें पाकिस्तानी कार्यकर्ता और नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई भी शामिल थी। जिसके बाद वह जमकर चर्चा का विषय बनी हुई है।

इस फोटो के लोगों ने मलाला को ट्रोल करना शुरू कर दिया। यही नहीं बल्कि, उन्हें लोगों ने बेशर्म से लेकर बेगैरत तक कह दिया। आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब मलाला को ट्रोल किया है। इससे पहले भी मलाला को ट्रोल किया गया है। गौरतलब है कि मलाला की जींस पहने फोटो आई थी तब भी लोगों ने उनको लेकर घटिया बातें कही थीं।

बता दें कि फिल्म पैडमैन में ट्विंकल खन्ना के पति और अभिनेता अक्षय कुमार, अभिनेत्री सोनम कपूर और राधिका आप्टे मुख्य भूमिका में है। यह फिल्म बिजनसमैन और ऐक्टिविस्ट अरुणाचलम मुरुगनाथम की बायॉपिक है, जिन्होंने ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को कम लागत में सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाया था। ख़ास बात यह है कि, हाल ही में फिल्म को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में दिखाया गया। जिसके बाद ‘पैडमैन’ ऑक्सफर्ड में दिखाई जाने वाली भारत की पहली फिल्म बन गई है।

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