आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ती नज़र जा रहीं हैं।  लालू यादव चारा घोटाला केस से ही परेशान चल रहे हैं तो उनकी बेटी मीसा भारती और दामाद सीबीआई जांच से। वहीं अब उनके मंत्री बेटे तेजप्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है। दरअसल भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने उनका लाइसेंस रद्द कर दिया है, जिसके बाद तेज प्रताप ने इसे कोर्ट में चुनौती दी और अब उन्हें इस पर स्टे मिल गया है।

तेज प्रताप को पटना के बेउर जेल के पास पेट्रोल पंप आवंटित किया गया था, जिस पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि 2011 में पटना में पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेने के लिए तेज प्रताप ने फ़र्ज़ी काग़जात दिखाए थे। साथ ही आरोप लगाया था कि उन्होंने तेल कंपनी के एक अधिकारी से साठ-गांठ कर गलत तरीके से पेट्रोल पंप का लाइसेंस पाया है। इस महीने तेज प्रताप को गलत तरीके से लाइसेंस लेने के आरोपों के बाद नोटिस भी जारी किया गया था।

बीपीसीएल ने 31 मई को तेज प्रताप को नोटिस भेजा था और इस संबंध में जवाब मांगा था कि उन्होंने लाइसेंस कैसे हासिल किया। इस संबंध में बीपीसीएल ने तेज प्रताप से 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा था।  तेज प्रताप नोटिस का वक्त रहते उचित जवाब नहीं दे सके।  इस वजह से यह कदम उठाया गया है। वहीं इस मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि “हम लीगल मुद्दे पर कुछ नहीं कहेंगे।  यह राजनीतिक साजिश है, लेकिन इनकी इस साजिश से हमारी पार्टी मजबूत होगी।

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