मानहानि के कई मामलों में फंसे केजरीवाल अब चैन की सांस ले सकते हैं। अरुण जेटली से मांफी मांगने के बाद अब दिल्ली हाईकोर्ट ने भी केजरीवाल और ‘आप’ नेताओं को राहत प्रदान की है। दरअसल, सोमवार को केजरीवाल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से माफी मांगी थी। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी (AAP) नेता संजय सिंह और आशुतोष ने जेटली को एक ज्वॉइंट लेटर लिखा था, जिसमें जेटली से मानहानि मामले को लेकर माफी मांगी गई थी। इसके बाद अरुण जेटली और केजरीवाल ने कोर्ट में केस वापसी की अर्जी दी जिसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल सहित आप के नेताओं को राहत दे दी।

हालांकि डीडीसीए आपराधिक मानहानि मामले में आप नेता कुमार विश्वास ने अपना अलग स्टैंड बनाए रखा है। उन्होंने पीछे हटने से मना कर दिया है। वहीं इस मामले में बीजेपी ने तंज कसते हुए करारा हमला बोला है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि सिर्फ छह साल के अपने सार्वजनिक जीवन के बाद आज अरविंद केजरीवाल देश के सबसे अविश्वसनीय नेता के रूप में देखे जा रहे हैं। मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल का अपनी भ्रष्टाचार विरोधी योद्धा की छवि दिखाने के पीछे का मकसद जनता को गुमराह करना था। इसके लिए उन्होंने अरूण जेटली, नितिन गडकरी और बिक्रमजीत मजीठिया जैसे जमे हुए नेताओं पर निराधार आरोप लगाए।

बता दें कि केजरीवाल इससे पहले अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, वरिष्ठ अधिवक्ता व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, उनके बेटे अमित सिब्बल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मानहानि के अलग-अलग मामलों में माफी मांग चुके हैं। इन मामलों में सबसे गंभीर मामला अरुण जेटली का लग रहा था क्योंकि जेटली माफ करने के मूड में बिल्कुल नहीं लग रहे थे। लेकिन आखिरकार केजरीवाल को जेटली मानहानि केस से भी मुक्ति मिल ही गई। हालांकि माफीनामे के दौर से गुजर रहे केजरीवाल से कुमार विश्वास सहित कई पार्टी नेता नाराज चल रहे हैं।

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