भारत में कोरोना कहर मचा रहा है। पिछले 24 घंटे के भीतर 3 लाख 32 हजार नए मामले सामने आए हैं वहीं 2263 लोगों की मौत हो गई है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में बेड़ कम पड़ गया है। ऑक्सीजन का भारी शॉर्टेज देखा जा रहा है। कोरोना  के बढ़ते प्रकोप के कारण देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। मरीजों को सही इलाज न मिलने के कारण परिजन अस्पताल के डॉक्टरों पर अपना गुस्सा उतार रहे हैं।

कुछ इसी तरह का मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागाराज में देखने को मिला है। यहां पर प्रयागराज के स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में अस्पताल में शुक्रवार सुबह प्रतापगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर की मां की मौत के बाद बवाल हो गया। तीमारदारों ने एक डॉक्टर की जमकर पिटाई कर दी जिससे वह अधमरा हो गया। इससे नाराज अस्पताल कर्मचारियों ने इंस्पेक्टर समेत तीनों भाइयों को पीट दिया और इसके बाद हड़ताल कर दिया।

डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज परेशान हैं। हाहाकार मचा हुआ है। घटना की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने इंस्पेक्टर को तत्काल सस्पेंड कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई करने की बात कही लेकिन जूनियर डॉक्टर मानने को तैयार नहीं। 

प्रतापगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर जुल्फिकार की मां 18 अप्रैल से स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती थी। गुरुवार देर रात उनकी हालत गंभीर हो गई । आरोप है कि हमलावर की मां कोरोना संक्रमित थी और उन्हें कोविड वार्ड में शिफ्ट दिया गया। इसी बात को लेकर इंस्पेक्टर और डॉक्टर से बहस हो गई। इंस्पेक्टर समेत तीनों भाइयों ने डॉक्टर पर धावा बोल दिया। उसका सर फट गया।

इससे नाराज अस्पताल कर्मचारियों ने  इंस्पेक्टर समेत तीनों भाइयों को जमकर कूट दिया। तीनों वही अधमरे होकर पड़ गए। इस घटना के बाद से जूनियर डॉक्टर हंगामा करने लगे। उन्होंने अस्पताल का काम छोड़ दिया और हड़ताल पर चले गए। सूचना मिलते ही आईजी के पी सिंह समेत पुलिस के आला अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here