27 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में आयोजित की गई राजद की रैली में हुए खर्चे का हिसाब अब आयकर विभाग ने राजद से मांगा है। आयकर विभाग ने राजद को नोटिस भेजा है जिसमें उन्होंने इसका ब्यौरा मांगा है।
बता दें कि आयकर विभाग पहले ही राजद के शीर्ष नेतृत्व को कार्रवाई के दायरे में ले चुका है और अब पार्टी के कार्यक्रम पर भी आयकर विभाग की नजरें टेढ़ी हो गई है। राजद की रैली में बाहर से आने वाले नेताओं को ठहराने और रैली के आयोजन पर होने वाले पूरे खर्च का ब्यौरा मांगा गया है। आयकर विभाग की टीडीएस शाखा ने शुक्रवार को नोटिस जारी किया है और रैली पर आने वाले तमाम खर्च का ब्यौरा मांगा है।
सूत्रों की माने तो बाहर से आने वाले नेताओं के लिए पार्टी की तरफ से जो व्यवस्थाएं की गई थी उनका भी हिसाब मांगा गया है। इसके अलावा गांधी मैदान की बुकिंग, कवरेज और लोगों को दूसरे जिले से लाने पर हुए खर्च का भी ब्यौरा मांगा गया है।
वहीं आयकर विभाग द्वारा नोटिस जारी किए जाने पर राजद के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने नोटिस जारी होने की भर्त्सना की है। राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि पहले भी कई बार भाजपा और उसके सहयोगी दलों की रैलियां हो चुकी हैं लेकिन कभी भी आयकर विभाग हरकत में नहीं आया। मनोज झा की मानें तो केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री की कई जगहों पर रैलियां हुई हैं लेकिन कभी भी आयकर विभाग ने उनको न तो नोटिस जारी किया और ना ही खर्च का हिसाब मांगा है।
गौरतलब है कि राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनका पूरा परिवार पहले से ही जांच एजेंसियों के रडार पर है। अब रैली में हुए खर्चों को लेकर यह पूछताछ कहीं लालू और उनके पार्टी की मुश्किलें और न बढ़ा दे।