बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब के बाद अब दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों से लडऩे का संकल्प लिया है जिसके लिए बिहार में मानव श्रृंखला बनाई गई। नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गुब्बारा छोड़कर इस कार्यक्रम का आगाज किया। इस मौके पर नीतीश समेत बिहार में एनडीए के कई बड़े नेता भी इस आयोजन में शामिल हुए।उनके साथ डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी समेत बिहार सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे।

दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच स्कूली बच्चे, अभिभावक, शिक्षक, अधिकारी, मंत्री, विधायक से लेकर सूबे के आम नागरिक हाथों में हाथ थामकर विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाते नजर आए। 13668 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में करीब 5 करोड़ लोग शामिल हुए।  इस श्रृंखला को लेकर बिहार के हर जिले में व्यापक तैयारी की गई थी।

पटना के गांधी मैदान में सीएम खुद इस मानव श्रृंखला का हिस्सा बने तो केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी पटना की सड़कों पर मानव श्रृंखला का हिस्सा बने। नवादा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी मानव श्रृंखला में सहभागिता की। बिहार के हर जिले में भी अलग-अलग लोगों और मंत्रियों को मानव श्रृंखला को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों में बाल विवाह व दहेज के खिलाफ जागरूकता आ रही है। उनके संकल्‍प का प्रकटीकरण सार्वजनिक तौर पर भी होना चाहिए। इसलिए इस साल 21 जनवरी को बाल विवाह व दहेज के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाई गई। ठंड के बावजूद लोगों ने हर जगह मानव श्रृंखला बनाई। पिछली बार सड़कों पर ही श्रृंखला बनाई गई थी। इस बार यह लोगों पर छोड़ा गया था। लोगों ने गांव-कस्‍बे-मोहल्‍ले में जहां चाहा श्रृंखला बनाई।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों के मन में जागृति आ रही है, यह प्रसन्‍नता की बात है। कहा कि विकास का काम चलता रहेगा। लेकिन, साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी जन-जागृति का अभियान जारी रहेगा। ऐसे सामाजिक अभियान निरंतर चलते रहने वाली चीज हैं।

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