स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं पर हर साल ‘ग्लोबल हेल्थ केयर रैंकिंग‘ जारी की जाती है| इस साल इस रैंकिंग में हमारा देश भारत 195 देशों की सूची में 154वें स्थान पर है। भारत तो इस रैंकिंग में पीछे है ही वहीं विकसित देश अमेरिका भी इस सूची में 35वें पायदान पर पहुँच गया है। यहां तक कि फ्रांस, कनाडा और जापान जैसे विकसित देश भी इस लिस्ट के टॉप टेन में शामिल नहीं है। इस बार इस रैंकिंग में स्विट्ज़रलैंड ने टॉप किया है। उसके बाद स्वीडन,नॉर्वे और स्पेन जैसे देशों ने इस लिस्ट में अपना स्थान बनाया है।
आपको बता दें कि इस हेल्थ इंडेक्स में 32 बीमारियों से हुई मृत्यु दर के आधार पर आकलन किया गया है क्योंकि जिस जिस देश में ऐसी मृत्यु दर ज्यादा है वो अपनी स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं में पीछे है। इतना ही नहीं इस रैंकिंग को 1990 के बेंचमार्क ईयर से तुलना कर दिया गया है। ऐसे देखा जाये तो कई देशों ने 1990 के बाद काफी उन्नति की है पर अब भी अफ्रीका, अफगानिस्तान , हैती ,यमन जैसे देश हैं जो अपने नागरिक को मूलभूत स्वास्थ्य सेवायें भी प्रदान नहीं कर पा रहे हैं।
पूरे विश्व में इस समय 32 ऐसी भयानक बीमारियां हैं जिसके कारण देशों में मृत्युदरों में बढोत्तरी हो रही है। टीबी,सांस की बीमारियां,डिप्थीरिया,टेटनस, मीसल्स और हृदय रोगों के साथ कैंसर की भी कई तरह की बीमारियां सामने आ रही हैं।
वैसे भारत के लिए इसमें चिंता की बात यह भी है कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भारत बांग्लादेश, चीन, भूटान और श्रीलंका समेत अपने कई पड़ोसी देशों से भी पीछे है।