देश की राजधानी दिल्ली में बुजुर्गों के लिए कड़ी सुरक्षा का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस की पोल अब खुलती जा रही है। राजधानी में ऐसा लग रहा है कि मानो जैसे बदमाशों और हत्यारों का डेरा बसा हुआ है। बदमाश घरों में लूटपाट का विरोध करने पर बुजुर्गों की हत्या कर दे रहे है। पिछले डेढ़ महीने में 8 मामले सामने आए हैं।इस साल में सात जुलाई तक बुजुर्गों पर हमले व हत्या के 15 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। इसका बड़ा कारण पुलिसकर्मियों की लापरवाही और उनके संपर्क में ना होने का करण बताया जा रहा है।

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कई बार यह बात सामने आती है कि बुजुर्गों की हत्या होने के बाद इलाके के बीट अधिकारी को ही बुजुर्गों का पता नहीं मालूम होता ।दिल्ली के सागरपुर में 26 मई को एक मामला सामने आया जिसमें चोरी के लिए घर में घुसे पड़ोसी ने बुजुर्ग के विरोध करने पर 72 वर्षीय सुनील सहगल की गला घोटकर हत्या कर दी। केवल दो दिनों तक इस हादसे की चर्चा हुई थी। पुलिस ने आरोपी सन्नी और उसके एक साथी भानु प्रताप को अपने कब्जे में किया था।

वहीं फिर एक खबर 31 मई को दिल्ली के हरिनगर इलाके में रात को चोरी के विरोध पर घरेलू सहायक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक बुजुर्ग सावित्री शर्मा का गला दबाकर हत्या कर दिया। आरोपी मोनू को 30 मई को घर में सहायक के नौकरी पर रखा गया था।

एक मामला छावला से है जोकि एक जून को बुजुर्ग के घर में घुसे तीन बदमाशों ने चोरी के विरोध करने पर 65 साल के उदयवीर की हत्या कर दी । बाद में बेटे की सूचना पर पुलिस ने छह जून को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

13 जून को दिल्ली के बुराड़ी इलाके में घरेलू सहायक ने लूटपाट का आरोप लगाने पर एक बुजुर्ग महिला की उनके घर में गला रेतकर हत्या कर दी। महिला के बेटे व बहू खजूरी से वापस आऐ तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई ।

बुजुर्गों की सुरक्षा का किया जाता है दावा

कहा जाता है कि बुजुर्ग दंपति या अकेले रहने वाले बुजुर्ग की निगरानी होती है। बुजुर्गों के लिए 1291 हेल्पलाइन नंबर भी मौजूद है, जिस पर 15 लाइन हैं। इसकी निगरानी पुलिस मुख्यालय में मौजूद एसीपी स्तर का अधिकारी करता है। इलाके के बुजुर्गों का पूरा विवरण थाने के रजिस्टर में मौजूद होता है। इनसे बीट कांस्टेबल नियमित समय पर मिलता रहता है। थाने से महिला कांस्टेबल फोन कर नियमित तौर पर पूछताछ करती रहती है। थाना स्तर पर समस्या का समाधान नहीं मिलने पर बुजुर्ग ऑनलाइन या हेल्पलाइन पर अपनी समस्या बता सकते हैं।

अकेले रहने वाले बुजुर्ग इस बात का ध्यान रखें

घर के दरवाजे, खिड़कियां हमेंशा बंद रखें, इसका ध्यान दें । दरवाजा खोलने से पहले मैजिक आई से देखें। किसी अनजान के लिए दरवाजा नहीं खोलें। घर में कुत्ता पालें और संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर पुलिस को सूचित करें। घर में कीमती गहने और नकदी न रखें। किराएदार और नौकर का पुलिस से सत्यापन जरूर कराएं। प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन और बढ़ई आदि की जरूरत होने पर उन्हें परिचितों के माध्यम से ही बुलाएं।

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