उत्तर प्रदेश में चल रही अवैध बूचड़खानों वालों के द्वारा पांच दिन से चल रही हड़ताल खत्म हो गई है। मीट कारोबारियों ने गुरूवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया है।

मीट कारोबारियों के प्रतिनिधि सिराजुद्दीन कुरैशी ने सीएम के बाद मुलाकात के बाद अपील करते हुए अपने साथियों को काम पर लौटने को कहा। कुरैशी ने सीएम योगी के साथ लगभग आधे घंटे तक बैठक की। जिसके बाद कुरैशी ने बताया कि राज्य सरकार हड़ताल कर रहे बूचड़खाने वालों को लाइसेंस दिलवाने में भी मदद करेगी। सीएम से मिलने के बाद कुरैशी ने हड़ताल करने वालों से लाइसेंस लेकर काम शुरू करने को कहा। सरकार ने बूचड़खानों को आधुनिक बनाए जाने में भी मदद करने की बात कही है। सिराजुद्दीन कुरैशी ने सीएम के साथ मुलाकात के बाद बताया कि हमारी मुलाकात सफल रही और सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अवैध बूचड़खानों को वैध बनाने के लिए लाइसेंस लेने में कोई परेशानी नहीं होगी जिसके बाद वह आराम से अपना काम कर सकेंगे। इससे पहले मीट कारोबारियों के संगठनों ने राज्य सरकार के मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह से मुलाकात की थी।

बैठक को लेकर यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मीट कारोबारियों के साथ सीएम की मुलाकात सकारात्मक थी और हड़ताल कर रहे बूचड़खाने वाले जल्द ही लाइसेंस के साथ काम पर लौटेंगे। सरकार द्वारा मीट कारोबारियों को एनजीटी के आदेश का पालन करने को कहा गया है साथ ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी जाति-धर्म को देखकर कार्यवाही नहीं कर सकते।

बूचड़खानों के लिए की गई बातचीत में कारोबारियों ने सीएम योगी आदित्यानाथ का समर्थन किया। कारोबारियों ने भी माना कि भारतीय नागरिक के तौर पर सभी की जिम्मेदारी है कि कुछ अवैध होने में किसी को छूट न मिले।

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