प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत उन्नाव के बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने नवंबर 2014 में टीकर गढ़ी गांव को गोद लिया… साक्षी महाराज ने उन्नाव संसदीय क्षेत्र के कई गांवों के बीच जब 5 हजार की आबादी वाले टीकरगढ़ी गांव को गोद लेने के लिए चुना तो गांव वालों को लगा कि उनकी लॉटरी निकल गई…लोगों को लगा कि अब उनके गांव में विकास की बयार बहेगी… लेकिन साढ़े तीन साल बाद क्या सचमुच टीकम गढ़ी आदर्श गांव बन सका है ? क्या इस गांव को गोद लेने वाले उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने यहां विकास कार्य कराया है ? ये जानने के लिए हम उन्नाव मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूरी पर बसे टीकर गढ़ी गांव पहुचें… गांव में प्रवेश करते ही हमारा सामना टूटी, उबड़-खाबड़ सड़क से हुआ… इसी जर्जर हाल सड़क से होते हुए हम गांव के अंदर पहुंचें…लेकिन हमें गांव में ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया जिससे इसे आदर्श गांव कहा जा सके…

साक्षी महाराज अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं लेकिन इस गांव में वो विकास कार्य नहीं किए जाने की वजह से चर्चा में है… गांव वालों के मुताबिक इस गांव को गोद लिए जाने से पहले जो हालात थे उसमें कोई सुधार नहीं हुआ है…

गांव वालों की शिकायत के बाद हम इस गांव में विकास की सच्चाई जानने किए गली-गली घूमे… लेकिन हर जगह हमें अव्यवस्था ही नजर आई… ज्यादातर सड़के हमें जर्जर हाल में मिली…. सालों पहले बनाई गई सड़कें अब टूट गई है लेकिन सांसद आदर्श ग्राम में चयनित होने के बाद भी इसकी मरम्मत नहीं कराई गई… खड़ंजा सड़के टूट कर कच्ची सड़क में तब्दील हो गई है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं… गांव में ज्यादातर नालियां टूटी हुई है वहीं हर तरफ गंदगी फैली हुई है…. यहां पीएम मोदी की स्वच्छता अभियान कहीं नजर आता… लोगों का आरोप है कि सफाईकर्मी कभी-कभार ही गांव आते हैं… पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान के तहत पूरे देश को खुले में शौचमुक्त करना है इसके लिए जोर-शोर से अभियान भी चलाए जा रहे हैं… लेकिन टीकरगढ़ी गांव में इसका कोई असर नजर नहीं आया… इस गांव में 90 प्रतिशत लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है… सुबह और शाम के वक्त आपको हाथों में लोटा या बोतल लिए शौच के लिए खेतों की ओर जाते लोग दिख जाएंगे… खुले में शौच जाने से खासकर महिलाओं को बड़ी परेशानी होती है… खुले में शौच जाने से उनकी सुरक्षा खतरे में रहती है

टीकरगढ़ी सांसद आदर्श गांम योजना के तहत उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने गोद तो ले किया लेकिन लगता है गोद लेकर गांव का पालन-पोषण भी करना है ये भूल गए…गांव के ज्यादातर लोग कच्चे घरों या झोपड़ियों में रहते है…सांसद साक्षी महाराज ने सरकारी आवास योजना के तहत इन गरीब ग्रामीणों को पक्के मकान देने का वादा किया था लेकिन साढ़े तीन साल बाद भी काफी कम जरूरतमंदों को मकान मिल सका

आइये अब आपको दिखते हैं इस आदर्श गांव में स्वास्थ्य सुविधा का सच…इस गांव में कहने को तो एक स्वास्थ्य केंद्र है… लेकिन ये स्वास्थ्य केन्द्र ज्यादातर बंद ही रहता है…. आदर्श गांव बनने के बाद भी सांसद महोदय यहां आदर्श स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा सके… इस स्वास्थ्य केन्द्र में शायद ही कोई डॉक्टर आता है… इलाज के नाम पर महीने में एक से दो बार ANM दीदी आती है… ऐसे में इसका होना और ना होना एक समान है… स्वास्थ्य केन्द्र का भवन पूरी तरह से जर्जर है… परिसर में लगा हैंडपम्प खराब पड़ा है… जी हां, यही है सांसद साक्षी महाराज का आदर्श गांव, जहां अगर किसी तबियत खराब हो जाए तो इलाज के लिए कम से कम 15 दिन इंतजार करना पड़ेगा… 15 दिन में जब ANM दीदी आएंगी तो इलाज होगा…ऐसे में इलाज के अभाव में कई लोगों की बेवक्त मौत हो रही है… सांसद साक्षी महाराज के गोद लिए गांव में समस्या का अंबार लगा है… लोग गांव में विकास क लिए सांसद महोदय से आस लगाए हुए है लेकिन अब तक तो ज्यादातर मामलों में उन्हें निराशा ही हाथ लगी है

गांव में तमाम तरह की अव्यवस्थाओं को देखने के बाद हम गांव के स्कूल पहुंचे…. टीकरगढ़ी में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल है… स्कूल की स्थिति हमें ठीक नजर आई… स्कूल की इमारत और रंगरोगन भी ठीक था… स्कूल चारों और चारदीवीरी से धिरा था और गेट भी लगा था…. जब हम यहां पहुंचे तो स्कूल में छुट्टी हो चुकी थी और बच्चे अपने घरों की ओर जा रहे थे… टीकरगढ़ी में क्लास एक से आठ तक की पढ़ाई की तो व्यवस्था ठीक है लेकिन इससे आगे की पढाई की व्यवस्था नहीं…हालांकि सांसद ने गांव में इंटर कॉलेज खोलने का वादा किया था जो आज तक अधूरा है…गांव में बिजली की सुविधा में कोई खास सुधार नहीं आया है लेकिन जब हमने गांव के प्रधान से आदर्श गांव टीकर गढ़ी की दुर्दशा के बारे में सवाल किया तो उनका कहना था कि सांसद साक्षी महाराज ने इस गांव में काफी काम किया है…

हमेशा विवादों में रहने वाले साक्षी महाराज अपने गोद लिए गांव में भी विवादों में घिर गए है…आदर्श गांव टीकरगढ़ी में सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भले ही सांसद साक्षी महाराज नहीं दे पाये हो लेकिन उन पर आश्रम और गोशाला बनाने के नाम पर एक गरीब की जमीन हड़पने का आरोप जरूर लग गया है… टीकरगढ़ी गांव में रहने वाले गरीब किसान गंगा प्रसाद लोधी ने के पास 3 बीघा जमीन थी… गंगा प्रसाद के मुताबिक 2014 में गांव गोद लेने आये सांसद की नजर इस गरीब की जमीन पर पड़ गई… आरोप है कि गौशाला बनाने के नाम पर सांसद ने इनकी जमीन दान में ले ली… गोशाला से गांव के विकास की आस लगाए गंगा प्रसाद ने अपनी जमीन सांसद साक्षी महाराज को सौंप दी लेकिन यहां ना तो गोशाला बना और ना ही गांव का कोई विकास हुआ…अब गंगा प्रसाद की मांग है कि सांसद उनकी जमीन वापस कर दें

जब हमने इस आरोपों के बारे में संसाद साक्षी से बात की तो उन्होंने गंगा प्रसाद के सभी आरोप को सिरे से खारिज कर दिया… उनका कहना था कि उन्होंने ये जमीन दान में नहीं बल्कि गंगा प्रसाद से खरीदी है

खैर सांसद साक्षी महाराज पर जमीन कब्जा करने का आरोप जांच का विषय है लेकिन गांव में कितना विकास हुआ इसकी जब हमने जांच की तो तस्वीर बिलकुल साफ हो गई… गोद लिए जाने के साढ़े तीन साल बाद भी टीकरगढ़ी विकास के लिए तरस रहा है… गांव में हमारी अब तक की तहकीकात को हमने सांसद साक्षी महाराज के पास रखी तो साक्षी महाराज के मुताबिक टीकर गढ़ी में काफी विकास कार्य हुआ है… अब इसी को विकास कहते है तो साक्षी महाराज को विकास की परिभाषा पर फिर से गौर करने की जरूरत है

—एपीएन ब्यूरो

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