उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है। बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। रामनगर में भी पिछले चौबीस घंटे से भारी बारिश हो रही है। लगातार बारिश से जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। काशीपुर बुआखाल नेशनल हाईवे 121 पर यात्रा करना जोखिम भरा हो गया है। धनगढ़ी के पास बरसातीनाला उफान पर है। नाले का पानी सड़कों पर तेज धारा के रूप में बह रहा है। पानी के तेज बहाव के चलते सुबह के वक्त लगभग चार घंटे तक इस मार्ग पर यातायात को रोक दिया गया था। पानी का बहाव कुछ ठहरने पर लोगों ने आना जाना शुरू भी किया तो बहुत संभल के। आप देख रहे हैं। पानी की धारा ऐसी बह रही है मानों सबकुछ अपने साथ बहा ले जाने पर अमादा हो। पानी के मिजाज में नरमी के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा।

भारी बारिश के चलते कालाढूंगी के पास नैनीताल मार्ग पर पहाड़ टूट कर गिर गया। इसके चलते इस राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया। कालाढूंगी से लगभग सात किलोमीटर दूर घटगढ़ के पास ये हादसा हुआ। गनीमत रही कि जिस वक्त पहाड़ का मलबा सड़क पर गिरा उस समय वहां से कोई गुजर नहीं रहा था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। जेसीबी मशीनों की मदद से सड़क को साफ कराया गया। नैनीताल मार्ग पर एक नहीं। बल्कि तीन जगह पर पहाड़ टूट कर गिरा था। जिसके चलते वाहनों की लाइन लग गई थी। घंटों बाद रास्ता खुला तब लोगों ने राहत की सांस ली। रास्ते पर मलबा हटाने में पुलिस को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी।

दरअसल, पहाड़ पर पिछले कई दिनों से आफत की बारिश हो रही है। कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर जमकर बादल बरस रहे हैं। बादलों के सितम से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इस बार की बारिश की चेतावनी तो मौसम विभाग ने पहले ही दे दी थी। पिछले हफ्ते ही मौसम विभाग ने साफ कर दिया था कि 25 अगस्त तक प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में जोरदार बारिश होगी। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया था। इसके चलते आम लोगों को बारिश से परेशानी तो हुई लेकिन जनहानि होने से बच गई।

एपीएन ब्यूरो

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