दिल्ली में ग्राउंड वॉटर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (8 मई) को टिप्पणी करते हुए कहा कि दिल्ली में ग्राउंड वॉटर को लेकर हालात गंभीर और चिंताजनक है। कोर्ट ने कहा कि पानी का स्तर इतना नीचे चला गया है कि हम राष्ट्रपति को भी पानी नहीं मुहैया करा पा रहे हैं।

मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोई समझ नहीं रहा है कि ग्राउंड वॉटर को लेकर स्थिति कितनी गंभीर है ना ही कोई मामले को गंभीरता से ले रहा है। कोर्ट ने कहा कि भूमिगत जल का अत्याधिक दोहन हो रहा है। सुनवाई के दौरान केंद्र ने कहा कि पानी को लेकर अगला विश्वयुद्ध होगा। इस पर टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप विश्व युद्ध का छोड़ो दिल्ली में ही पानी को लेकर युद्ध शुरू हो जाएगा।

ग्राउंड वाटर को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली में ग्राउंड वाटर के हालात बेहद चिंताजनक हैं यहा तक की राष्ट्रपति भवन के पास भी पानी का जल स्तर बहुत नीचे है। मामले की अगली सुनवाई 15 मई को होगी और तब तक दिल्ली सरकार और सेक्टरी ऑफ वाटर रिसोर्स इस मामले में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे।

हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें देशभर में पानी की स्थिति के बारे में बताया गया था। केंद्रीय भूजल बोर्ड की पिछली आकलन रिपोर्ट के मुताबिक देश के 6,584 ब्लॉक में सर्वे करने पर पता चला है कि इनमें से 1,034 ब्लॉक में ग्राउंड वॉटर का जरूरत से ज्यादा दोहन हो चुका है।

राजस्थान में 248 ब्लॉक के सर्वे से पता चला कि यहां इन में से 66 फीसदी जरूरत से ज्यादा दोहन वाले दायरे में हैं। इसके बाद दिल्ली का स्थान है जहा 56% ब्लॉक ऐसे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here