समाजसेवी ‘अन्ना हजारे’ एक बार फिर हक की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं। अन्ना ने पीएम मोदी को धमकी देते हुए कहा, कि अगर सरकार उनकी मांगे मानने से इंकार करती हैं तो वह आन्दोलन करते हुए अपने प्राण त्याग देंगे। अन्ना ने संभल के किसान सम्मेलन के दौरान ये बात कही। हजारे का कहना था, सरकार को उनकी मांगों को मानना ही होगा अन्यथा वह मार्च में दिल्ली में अपना अंतिम आन्दोलन करते हुए अपने प्राणों का बलिदान कर देंगे।
भाजपा किसान विरोधी: अन्ना
अन्ना ने भाजपा और केंद्र सरकार पर निशान साधते हुए कहा- भाजपा, कांग्रेस से ज्यादा खतरनाक है, यह लोकतंत्र को नष्ट करके रख देगी। भाजपा ने सरकार में आने के बाद से अबतक एक भी काम ऐसा नहीं किया है जो समाज के हित में हो। उन्होंने ये भी कहा, कि ये सरकार किसान और गरीब विरोधी है, किसानों के हित के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा हैं। लेकिन अब वक्त आ गया है कि भाजपा के इस सियासी खेल को खत्म कर दिया जाए।
जेल जाने के लिए तैयार अन्ना
अन्ना ने भाजपा के विरुद्ध अपने जीवन का अंतिम आंदोलन लड़ने का ऐलान करते हुए कहा, पूरा देश भाजपा से मुक्ति चाहता हैं इसलिए 23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में देश का दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसमें पूरे देश की जनता उनका साथ देगी। यह लड़ाई किसानों को कर्ज मुक्त बनाने और लोकपाल बिल पारित कराने के लिए लड़ी जाएगी।
उन्होंने इस प्रेस वार्ता के दौरान देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा, कि अगर जेल जाने को तैयार हों तो ही आंदोलन में शामिल होना।
प्राण त्यागने की धमकी दी
अन्ना ने कहा कि भारत को आजाद हुए भले ही 70 वर्ष हो गए हैं, लेकिन अब तक देश में किसी भी तरह का विकास नहीं हुआ है। गोरे तो देश छोड़कर चले गए लेकिन्ब अब कालों ने राज कर लिया हैं। सरकार को मेरी मांगे माननी ही होगी अन्यथा मैं अनशन पर बैठे-बैठे प्राण त्याग दूंगा।