भारत की जीडीपी विकास में गिरावट आने पर चीन ने भारत पर निशाना साधा, तो वहीं कई लोग भारत की अर्थव्यवस्था को बेहतर मानते हैं। मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं, उसी अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने विचार पेश किए हैं।

अरविंद पनगढ़िया ने बताया कि सरकार को पहले से ही नाजुक अर्थव्यवस्था विरासत में मिली, लेकिन फिर भी भारत कई मायनों में आगे बढ़ा है। साथ ही विकास में भी काफी सुधार आने के साथ-साथ एफडीआई में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई है। जीडीपी पर अपनी बात रखते हुए अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि, सकल घरेलू उत्पाद के तहत चालू वित्त वर्ष में विकास दर 7.5 फीसदी के समीप रहने की काफी उम्मीद है। लेकिन, केंद्र सरकार के मौजूदा कार्यकाल के पूरा होने तक जीडीपी विकास दर 8 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद भी जताई जा रही है।

आपको बता दें कि हाल ही में जारी हुए आंकड़ों के मुताबित सालाना आधार पर देश की जीडीपी ग्रोथ 7.1 फ़ीसदी रही जबकि अंतिम तिमाही में यह सिर्फ 6.1 फीसदी रही। सरकार की कामयाबियों का जिक्र करते हुए अरविंद ने कहा कि, जीएसटी भी सरकार द्वारा लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि अभी भारत की जीडीपी दर में गिरावट आने के कारण चीन ने सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था में अपनी जगह बना ली है। लेकिन अरविंद पनगढ़िया ने भरोसे को कायम रखते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में भारत चीन को पछाड़कर सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था की जगह वापस से हासिल कर लेगा।

अरविंद ने कहा कि, माना अभी चीन अर्थव्यवस्था में थोड़ा सा आगे है, लेकिन फिर भी वार्षिक आधार पर भारत अभी भी चीन को पछाड़ रहा है। अरविंद पनगढ़िया ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किए गए तमाम कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि, इन सभी योजनाओं से भी भारत की अर्थव्यवस्था फिर तेज वृद्धि की राह पर आएगी। पुराने आंकड़ों के हिसाब से 2016-17 के वित्त वर्ष में भारत चीन से आगे रहा है।

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