जब तेज लहर में अंतिम सांसें गिन रहे थे 4 लोग
ये तस्वीरें हरिद्वार स्थित रायवाला के गोहारीमाफी क्षेत्र के सांग नदी की हैं। नदी के विकराल रूप का शिकार सबसे पहले जंगल में भैंस की तलाश में गई 61 वर्षीय महिला हुई। बारिश के कारण सांग नदी के बढ़े जलस्तर से महिला टापू पर फंस गई। जिसे बचाने के लिए कई लोग तेज धार में कूद गए।
देखते–देखते बरसाती नदी ने किया तांडव
दरअसल, एक बुजुर्ग महिला की भैंस अचानक नदी पार कर दूसरे किनारे पर चली गई थी।नदी में पानी की मात्रा कम देखकर महिला अपनी भैंस लाने के लिये उसे पार कर रही थी तभी अचानक बरसाती पानी तेज बहाव के साथ आ गया और महिला एक टापू पर फंस गई। महिला की जान नदी की तेज धार में कभी भी समा सकती थी इसे देख कुछ लोग महिला को निकालने के लिए गए। लेकिन सांग नदी की बेहद तेज लहरों के कारण तीन और लोग भी टापू पर फंस गए।
तेज लहर में समाते–समाते बचे चार लोग
टापू पर चार लोगों की सांसें अटकी थीं। उनकी जान कभी भी तेज लहर अपने साथ हमेशा-हमेशा के लिये बहा ले जा सकती थी। वहीं किनारे पर मौजूद लोगों ने राहत बचाव कार्यों के लिये गौहरीमाफी के पूर्व प्रधान संजय पोखरियाल से संपर्क किया। उन्होंने थाना रायवाला सूचना दी। रायवाला थाना प्रभारी महेश जोशी और वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय भारती ने भी त्वरित कार्रवाई की। अपनी टीम के साथ राहत बचाव सामग्री के साथ मौके पर पहुंचने के साथ-साथ कंट्रोल रुम के माध्यम से एसडीआरएफ को सूचित किया।
पुलिस और एसडीआरएफ के जांबाजों ने दी नई जिंदगी
इसके बाद मौके पंहुची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम के जांबाजों ने नदी के बढ़े जलस्तर की ठेंगा दिखाते हुए राहत बचाओ उपकरण के साथ बुजुर्ग महिला और तीन अन्य लोगों को बचाने के लिए राहत नौका के साथ नदी में कूद गये।राहत टीम ने एक घंटे की कड़़ी मेहनत और मशक्कत के बाद सांग नदी के तेज बहाव को चीरते हुए चारों को सकुशल को बाहर निकाला।
जान पर खेलकर बचाई चार लोगों की जान
रायवाला थाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम के बहादुरों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए चार लोगों को नई जिंदगी दी। लेकिन, लोगों से अपील है कि मौसम विभाग के अलर्ट और सावधानी बरतने के सख्त निर्देशों का पालन करें।क्योंकि, जीवन अनमोल है और जान है तो जहान है।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन