उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाया है। अखिलेश यादव मानते है कि योगी आदित्यनाथ सरकार, लोकतंत्र के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
योगी सरकार पर साधा निशाना
गुरूवार को अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के कार्यालय में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक सहित एक दर्जन नेताओं को पार्टी में शामिल कराया, साथ ही यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बोले, प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ योगी सरकार है। प्रदेश पुलिस सिर्फ बीजेपी नेताओं की चापलूसी में लगी रहती है, जिस वजह से कानून व्यवस्था बद से बद्दतर होती जा रही है।
कानून व्यवस्था की खोली पोल
अखिलेश यादव ने बताया कि जब कल देश के उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू लखनऊ में थे, तब प्रदेश की खराब और बदहाल कानून व्यवस्था की एक तस्वीर सामने आई, जिससे साफ़ साबित होता है कि योगी सरकार ने अपने कार्यकाल के 1 वर्ष में कुछ काम नहीं किया है। कल मेरठ में दिनदहाड़े हत्या की सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीर, यूपी की पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी मथुरा में सर्राफा व्यापारी की निर्मम हत्या का मामला सामने आया था। इसके अलावा मेरठ की घटना में नौ गोली मारी गई महिला अपने पति की हत्या की गवाह थी, लेकिन फिर भी इस मामले की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए, वे बोले कि योगी सरकार को सिर्फ बड़ी-बड़ी बाते करना आता है, लेकिन वह जो कहती है उसे कभी पूरा नहीं करती। सरकार अपने इस रवैये से शायद अपराधियों को ये समझाना चाहती है कि उत्तर प्रदेश आपका अपना घर है और आप यहां आराम से रहिए।
मुज्जफरनगर दंगे पर की टिप्पणी
अखिलेश यादव ने इस दौरान मुज्जफरनगर दंगों में भाजपा नेताओं पर दर्ज केस वापसी के लिए शासन के जिला प्रशासन को भेजे गए पत्र के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि अगर सच में केस फर्जी दर्ज किए गए थे तो सरकार उच्च सदन में आए। वहां पर सीएम और डिप्टी सीएम खुद बताएं कि हमारे खिलाफ लगाए गए मुकदमे भी फर्जी थे।