उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के घोटाले के आरोप में शुक्रवार को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत अधिकारी और प्राधिकरण के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी पी सी गुप्ता को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी की पुष्टि मेरठ मंडल के आयुक्त प्रभात कुमार ने की है। इस मामले में उनके साथ चार अन्य लोगों की गिरफ्तारी की भी सूचना है।

गौतम बुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा के मुताबिक करीब 20 दिन पहले यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए करीब 126 करोड़ रुपए घोटाले को लेकर एक प्राथमिकी कासना थाना में दर्ज कराई गई थी। तभी से पूर्व आईएएस पीसी गुप्ता और उनका परिवार फरार चल रहा था। पूर्व आईएएस की गिरफ्तारी को लेकर उनके मोबाइल फोन की लोकेशन लगातार ट्रैक की जा रही थी इसी के आधार पर पुलिस को सूचना मिली की वह और उनका परिवार मध्य प्रदेश के दतिया स्थित इशांबरा मंदिर से दर्शन करने के लिए गया हुआ है। इसके बाद पुलिस ने घेरा डाल कर वहां से लौटते समय उनको गिरफ्तार किया।

पी सी गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने आर्थिक लाभ लेने के लिए मथुरा क्षेत्र में कुछ जमीनी खरीदी और उनका अधिग्रहण प्राधिकरण से करवा कर लाभ अर्जित किया इसके अलावा उन पर कई ठेकों में अनियमितता बरतने का भी आरोप है।बीते दिनों यमुना प्प्राधिकरण के चेयरमैन और मेरठ मंडल के आयुक्त डॉ. प्रभात कुमार के निर्देश पर पीसी गुप्ता, तहसीलदार सुरेश शर्मा तथा जमीन खरीदने वाली 19 कपंनियों के खिलाफ कासना थाना में एक मामला दर्ज कराया गया था।

सारांश-उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के घोटाले के आरोप में शुक्रवार को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत अधिकारी और प्राधिकरण के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी पी सी गुप्ता को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है।

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