मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में गोमती नदी की सफाई अभियान का आगाज किया। सीएम योगी रविवार सुबह गोमती नदी पहुंचे और इस अभियान को हरी झंड़ी दिखाई। इस मौके पर गऊ घाट से 1090 चौराहे तक चलने वाले इस अभियान में नगर निगम, सिंचा विभाग सहित कई विभागों के हजारों कर्मचारी शामिल हुए। अधिकारियों के अलावा सफाई अभियान में बीजेपी नेता और कार्यकर्ता भी जुटे। जिला प्रशासन की ओर से शुरू हुए इस अभियान में प्रदेश के मंत्री, बीजेपी विधायक और पार्टी पदाधिकारियों ने भी शिरकत की। सीएम योगी ने सभी को बरसात से पहले गोमती नदी की सफाई का काम पूरा करने की शपथ दिलाई।
सीएम योगी ने गोमती नदी में जलकुम्भी हटाने और उसकी समुचित सफाई कराने को प्राथमिकता देते हुए अभियान का आगाज किया। बता दें कि गोमती नदी की सफाई में 7 हजार कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं। लखनऊ नगर निगम, स्वयंसेवी संस्थाए के अलावा आम लोग भी इसका हिस्सा बने हैं।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकार गोमती और उसके आसपास के इलाकों की सफाई के लिए प्रतिबद्ध है। हम चाहेंगे कि एनजीओ इस संबंध में जागरुकता फैलाएं और लोग सफाई की इस मुहिम में हिस्सा लेकर इसे गति दें।
महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि गोमा की सफाई के लिए पार्टी की ओर से निर्णय लिया गया है। अभियान सुबह शुरू होगा, जिसमें कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, स्वाती सिंह, सुरेश तिवारी, डॉ. नीरज बोरा, सुरेश श्रीवास्तव, महानगर महामंत्री त्रिलोक सिंह अधिकारी, अंजनी श्रीवास्तव, पुष्कर शुक्ला समेत कई पार्षद व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस पूरे अभियान को 8 जोन मे बांटा गया है। बरसात से पहले गोमती नदी की सफाई का काम पूरा होगा। वहीं डीएम लखनऊ इस सफाई अभियान की निगरानी करेंगे। नगर निगम और सरकार के कई विभाग के अधिकारी भी इस अभियान में शामिल होंगे।