बच्चे अपने भविष्य के सपने संजोय स्कूलों में पढ़ने के लिए जाते हैं अपने हाथों में किताबें थाम वह शिक्षित होना चाहते हैं लेकिन क्या हो जब स्कूलों में किताबों के बजाय बच्चों के हाथों में हारपिक थमा दिया जाए और उनसे स्कूलों के टॉयलेट साफ करवाए जाए, ये सरकार और स्कूल प्रशासन के लिए एक शर्मनाक बात है। बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कथित तौर पर सरकारी स्कूल की छात्राएं हारपिक से बाथरुम साफ कर रही हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद जब इस मामले की जांच पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के ऊना में स्थित हरोली विधानसभा क्षेत्र का है। जहां के नंगल बट्ट के राजकीय प्रथामिक स्कूल में छात्राएं बाथरुम साफ कर रही हैं। इस एक मिनट के वीडियो में छोटी उम्र की करीब एक दर्जन छात्राएं नजर आ रही है।

इनमें एक छात्रा बाथरुम की सीट पर हारपिक डालकर सीट साफ कर रही थी। वीडियो में एक व्यक्ति की आवाज भी सुनाई दे रही है जिसमें वो स्थानीय भाषा में छात्राओं से बात कर रहा है। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद छात्राओं ने परिजनों ने स्कूल में बाथरुम साफ कराए जाने पर कड़ी आपत्ति जगाई है। हालांकि स्कूल के प्रिंसिपल के इस आश्वासन के बाद कि दोबारा ऐसा नही होगा, मामले को निपटा लिया गया।

छात्राओं के परिजनों ने बताया कि उन्हें बच्चों से स्कूल का बाथरुम साफ करवाने की जानकारी मिली थी। परिजनों के मुताबिक बच्चों ने बताया कि उनसे पिछले कुछ दिनों से स्कूल में बाथरुम साफ कराए जा रहे हैं।

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