हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा हिल स्टेशन और राज्य की राजधानी शिमला में लंबे समय से बर्फबारी हो रही है। इस वक्त का पर्यटकों को लंबे समय से इंतजार था। कुल्लू मनाली के बाद सबसे अधिक नारकंडा, कुफरी, फागू और नालदेहरा में बर्फ गिर रही है। इस मौसम में इसके पहले बर्फबारी साल 2000 में दिसंबर माह में हुई थी। अचानक बदलते मौसम ने लोगों को खुशियों का खजाना दे दिया है। सैलानियों के आने का सिलसिला बढ़ गया है। साथ ही आस-पास के होटलों में कमरे भर गए हैं।
तेज बर्फबारी के कारण विश्व प्रसिद्ध रोहतांग टनल बंद हो गया है। खबर के अनुसार बर्फ की धारा जैसे ही कम होगी टनल को खोल दिया जाएगा।
कोटखाई, जुब्बल, चौपाल, रोहड़ू, थानेदार और कोटगढ़ में सेब की खेती करने किसानों ने बताया कि, आने वाले समय में अधिक बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। उनका कहना है कि अधिक बर्फबारी के कारण ठंडक लंबे समय तक रहेगी जिससे सेब की खेती करने में आसान होगी।
यहां पर बर्फबारी देर शाम मंगलवार को शुरू हुई है। नारकंडा, कुफरी, फागू और नालदेहरा में बर्फबारी से लोग बेहद खुश हैं। साथ ही ठियोग, नारकंडा और रामपुर मार्ग को बंद कर दिया गया है। सैलानी बर्फ में खेलते हुए नजर आ रहे हैं।
बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए सैलानी यहां पर पहले ही जमा हो गए थे। वे बर्फबारी के लिए दुआ कर रहे थे इनकी इस दुआ को कुदरत ने कबूल भी कर लिया है। शिमला के जाने-माने मॉल रोड पर भारी संख्या में सैलानी जमा हुए हैं।
बता दें कि, नारकंडा में दो इंच सड़कों पर बर्फ जमा हुई है। यहां पर रोहड़ू से खारापथार और चौपाल के रास्ते जाने वाली सड़कें 5 इंच बर्फ के कारण बाधित हैं।
शिमला के एनएच -05 की ढल्ली-फागू सड़क पर जमा हुई बर्फ को मशीनों के जरिए हटाया जा रहा है ताकी सैलान जमकर मस्ती कर सकें।