फेसबुक डाटा लीक मामले की सुरंग भारत तक पहुंच चुकी है। इस सुरंग को बनाने में किनका-किनका हाथ है, ये धीरे-धीरे पता चल रहा है। जी हां, इस मामले में एक नया मोड़ आया है। दरअसल, यहां भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड पर आरोप है कि उन्होंने Cambridge Analytica की साझेदार कंपनी Ovleno Business Intelligence (ओबीआईआई) से सेवाएं लीं जिसका स्वामित्व JDU नेता केसी त्यागी की बेटे अमरीश त्यागी के पास है। इस पूरे घटना क्रम पर JDU ने केसी त्यागी से जवाब मांगा है। हालांकि केसी त्यागी ने मीडिया से कहा है कि मेरे बेटे की कंपनी और कैम्ब्रिज एनालिटिका के बीच सिर्फ कामकाज का संबंध है। यहां किसी तरह का फाइनेंसियल लेन-देन या शेयर होल्डिंग नहीं है। उन्होंने कहा कि सबकुछ जांच के लिए खुला है।
बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा लोगों की निजी जानकारियों से संबंधित डाटा लीक मामले पर तमाम बड़े दल आपस में भिड़ गए हैं। भाजपा, कांग्रेस और जेडीयू पर इस कंपनी की सेवाएं लेने के आरोप लग रहे हैं। दोनों राष्ट्रीय पार्टियां भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि गुजरात चुनाव में भी कांग्रेस ने ऐसा ही कुछ किया है। आगे क्या होगा पता नहीं लेकिन केसी त्यागी के बेटे पर तलवार लटक चुकी है।
इस मामले में सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को केसी त्यागी को मिलने के लिए बुलाया था। केसी त्यागी ने कहा है कि अगर उनका बेटा दोषी है तो उसे सजा जरूर मिले, साथ ही उन्होंने जांच की भी मांग की। केसी त्यागी ने कहा कि वे इस मामले में आईटी मंत्री से जांच कराने की मांग करते हैं। केसी त्यागी ने यह जरूर स्वीकार किया कि उनके बेटे ने पिछले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में एलेक्जेंडर के साथ मिलकर काम किया था।