कर्नाटक चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे ही राजनीतिक दल भी पूरे दमखम के साथ रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। कर्नाटक को जीतने के लिए जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दोनों कर्नाटक के दौरे पर हैं। वहीं चुनाव आयोग कर्नाटक चुनाव को लेकर सख्त है। अमित शाह और राहुल गांधी को मंगलवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों की जांच का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी और अमित शाह के विशेष विमानों की हुबली हवाईअड्डा पर उतरने के बाद तलाशी ली गई।
बता दें कि इस तलाशी अभियान में जिला स्तर के तीन अधिकारी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक में मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार यह अभियान चलाया गया।
धारवाड़ जिला उपायुक्त एस बी बोम्मनाहल्ली ने बताया, ‘आयोग के नोडल अधिकारी करपले के नेतृत्व में टीम ने अचानक तलाशी ली। राहुल गांधी और अमित शाह जिन विमानों से पहुंचे, हमने उनकी तलाशी ली। इसके पीछे कोई और मंशा नहीं थी।’
बता दें कि दोनों नेता दिल्ली से अलग-अलग विमानों से हुबली हवाईअड्डा पहुंचे थे। उनके पहुंचते ही चुनाव आयोग की टीम ने उनके विमानों की तलाशी ली और चुनाव आचार संहिता के संभावित उल्लंघन की जांच की। तलाशी अभियान पूरा होने के बाद अधिकारियों ने बताया कि उनके सामान में कुछ नहीं मिला है।
बता दें कि राज्य की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होना है। जबकि वोटों की मतगणना 15 मई को होगी। राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू है, जिसके चलते आयोग की टीम सुचारू रूप से चुनाव संपन्न कराने का हर मुमकिन प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में दोनों राष्ट्रीय दलों के प्रमुखों की जांच एक संदेश देने की भी कोशिश की गई है।