2019 में लोकसभा चुनावों के साथ ही कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले चुनाव आयोग दिव्यांगों के लिए वोट डालने में कोई परेशानी न हो इसके लिए कुछ नए कदम उठा सकता है। शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए मतदान केंद्र तक आने और लाइन में लगने की परेशानी से बचने के लिए दूसरे  माध्यमों पर विचार किया जा रहा है। यही नहीं, घर पर मतदान, पोस्टल वोट, मोबाइल पोलिंग स्टेशन और आने-जाने के लिए ट्रांसपॉर्ट की व्यवस्था करने जैसे उपायों पर आयोग विचार कर रहा है। इसके साथ ही मतदान केंद्र पर दिव्यांगों के लिए जल्दी मतदान करने और अग्रिम मतदान शुरू करने के उपाय शामिल हैं।

लाइन में लगने और इंतजार करने की परेशानी दिव्यांगों को न उठानी पड़े इसके लिए चुनाव आयोग मतदान शुरू होने से पहले दिव्यांगों के लिए वोटिंग की व्यवस्था करने के विकल्प पर विचार कर रहा है। चुनाव आयोग को इन विशेष सुविधाओं को इस्तेमाल करने के लिए चुनाव नियमों में कुछ संशोधन करने होंगे। पिछले सप्ताह चुनाव आयोग की आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में दिव्यांग के मतदान में भागीदारी बढ़ाने के लिए कई उपायों पर चर्चा की गई।  कमिशन ने बैठक में ये फैसला ‘कोई वोटर छूट न जाए’ के विचार के आधार पर लिया गया। इस बैठक में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से सलाह ली गई जिनमें राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि, सरकार के मंत्री, दिव्यांग विशेषज्ञ और सिविल सोसाइटी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल है।

                                                                                                                ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

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