President Election 2022: भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव आयोग आज दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव की तारीख का एलान करेगा।
President Election 2022: भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव आयोग आज दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव की तारीख का एलान करेगा। बता दें कि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा होने जा रहा है। उससे पहले चुनाव आयोग राष्ट्रपति चुनाव कराएगा।
President Election 2022: 24 जुलाई को खत्म हो रहा है कार्यकाल
गौरतलब है कि, संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए चुनाव उससे पहले संपन्न होना चाहिए। इसी के साथ नए राष्ट्रपति को 25 जुलाई तक शपथ लेनी है।
ये लोग डाल सकते हैं वोट
राष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सदस्यों के अलावा सभी राज्य के विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और संघ शासित प्रदेश पुडुचेरी के विधानसभा के सदस्य वोट डाल सकते हैं। राज्यसभा, लोकसभा या विधानसभाओं के मनोनीत सदस्यों को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने का अधिकार नहीं है।
2017 में में हुआ था पिछला चुनाव
गौरतलब है कि, 2017 में 17 जुलाई को चुनाव हुआ था और मतगणना 20 जुलाई को हुई थी। लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य मिल कर राष्ट्रपति के चुनाव के लिए निर्वाचन मंडल बनाते हैं।
कैसे होता है राष्ट्रपति चुनाव?
इन चुनावों में देश की जनता प्रत्यक्ष रूप से मतदान नहीं करती। जनता के द्वारा चुने गए सांसद और विधायक मतदान इन चुनावों में भाग लेते हैं। इन चुनावों में राज्यसभा सासंद, लोकसभा सांसद और विधायकों को वोट देने का अधिकार होता है। हालांकि, विधान पार्षदों और नामित व्यक्तियों को वोट करने का अधिकार नहीं होता।
776 सांसद ( मनोनीत को छोड़कर ) और विधानसभा के 4120 विधायकों से निर्वाचन मंडल बनता है। जिसका कुल मूल्य 10,98,803 है। एनडीए बहुमत के आंकड़े से मामूली दूरी पर है और उसे अपने उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनवाने के लिए बीजेडी और YSRC के समर्थन की आवश्यकता होगी।
राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करते वक्त विधायक और सांसद अपने बैलेट पेपर पहले ही बता देते हैं। इसमें वो अपनी पहली पसंद, दूसरी पसंद और तीसरी पसंद का जिक्र करते हैं। इसके बाद पहली पसंद के वोट गिने जाते हैं। अगर पहली पसंद का उम्मीदवार जीत के लिए जरूरी वेटेज हासिल कर लेता है तो उसकी जीत हो जाती है वहीं अगर ऐसा नहीं होता तो दूसरी और फिर तीसरी पसंद का वोट गिना जाता है।
कितने प्रतिशत वोट रामनाथ कोविंद को मिले थे
रामनाथ कोविंद को 65.35% मत मिले थे। एनडीए की कोशिश होगी कि इस बार भी यह आंकड़ा छू पाए। पीएम मोदी ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेडडी से मिल चुके हैं। समझा जाता है कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के लिए पीएम ने समर्थन मांगा है। हालांकि ये दोनों नेता चाहते हैं कि पहले एनडीए उम्मीदवार का नाम सामने आए फिर समर्थन पर फैसला होगा।
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