केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही किसानों की बात करते नहीं थकते हों लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और हीं बयां करती है। जब गरीब किसान का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उठा तो उसने अंधविश्वास को अपना सहारा बना लिया। इसी अंधविश्वास के चलते उत्तरप्रदेश के झांसी में एक किसान ने अपनी दो मासूम बेटियों को खेत में बैल की जगह जोत दिया।
बुंदेलखंड के कुछ इलाकों में दो साल से अच्छी बारिश नहीं हुई है। ऐसे में भगवान इंद्र को प्रसन्न करने की कोशिश की जा रही है। कहते हैं जब इंसान का भरोसा सरकार और सरकारी सिस्टम से उठ जाता है तब वह अंधविश्वास की तरफ जाता है। कुछ ऐसा ही हाल किसान अच्छेलाल का है।
झांसी तहसील की मउरानीपुर के बड़ागांव में सूखे से परेशान किसान अच्छेलाल ने अपनी दो बेटियों को खेत मे बैल बना दिया है। दो जून की रोटी का बंदोबस्त और सालभर के फांके की चिंता में इस किसान को ये कदम उठाना पड़ा है।
बता दें कि अच्छेलाल की 6 बेटियां है जमीन एक बीघा है। पिछले कई साल से बारिश खेल खेलती है। अच्छेलाल के अच्छे दिन लाने वाले पानी ने दो साल से मुंह मोड़ रखा है। बारिश की उम्मीद में इन्होंने खेत में बैल की जगह अपनी बेटियों को ही जोत दिया। यह एक टोटका है। माना जाता है कि ऐसा करने से इलाके में अच्छी बारिश होती है।
बेटियों से हल चलवाकर अच्छेलाल के अच्छे दिन आयेंगे या नहीं यह कह पाना मुश्किल है। लेकिन इतना तो साफ है कि सरकार का सिस्टम भी इनके लिए फेल है।