देवबंद ने गणतंत्र दिवस को लेकर अपने छात्रों के घूमने-फिरने पर रोक लगाने के मामले के बाद अब देवबंदी उलेमा ने गणतंत्र दिवस के मौके पर वंदेमातरम और भारत माता की जय बोलने के लिए मना किया है इसके पीछे उनका तर्क है कि यह इस्लाम के विरुद्ध है और इसको कहने से ही देशभक्ति साबित नहीं होगी।

मदरसा जामिया हुसैनिया के मुफ्ती तारिक कासमी ने कहा है कि इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत नहीं की जा सकती है। इस कारण मुसलमान भारत माता की जय या वंदे मातरम् नहीं बोल सकते वो चाहे वह मदरसे के पढ़ने वाले छात्र हो चाहे कोई भी अन्य व्यक्ति हो।

देवबंदी उलेमा ने कहा कि यह बात समझ से परे है कि क्या नारे लगाने से देशभक्ति साबित होती है। मुसलमानों ने पहले भी देशभक्ति नारे लगाए हैं और आगे भी लगाते रहेंगे, लेकिन भारत माता की जय के नारे बिल्कुल नहीं लगाएंगे, क्योंकि इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत नहीं की जाती है। उन्होंने कहा कि हम हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा सकते हैं, इसी नारे से हमने अंग्रेजों को भगाया था। हिंदुस्तान जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा, लेकिन हम वंदे मातरम नहीं कहेंगे।

बता दें इससे पहले इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारूल उलूम देवबंद ने गणतंत्र दिवस पर अपने छात्रों के घूमने-फिरने पर पाबंदी लगा दी थी। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल विभाग के हेड ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर छुट्टी होती है इसलिए सामान्यता हॉस्टल के छात्र बाहर घूमने निकल जाते हैं। ऐसे में किसी भी विवादित परिस्थिति से बचने के लिए छात्रों को अडवाइजरी जारी की गई है।

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