दिल्ली में आगामी रविवार यानी 23 अप्रैल को एमसीडी चुनाव होने हैं लिहाजा आज पार्टियों के लिए चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था। सभी पार्टियों के उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जमकर दम लगाया और लोगों को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। इस बार दिल्ली के एमसीडी चुनाव का माहौल भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के जैसा गर्म हो गया है। एक ओर जहां बीजेपी विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन को दिल्ली में भी बरकरार रखना चाहती है तो वहीं दिल्ली विधानसभा में 67 सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी हाल ही में राजौरी गार्डन के उपचुनाव में मिली हार से बौखला गई है। आम आदमी पार्टी की हालत इसलिए भी खराब है क्योंकि इस बार उनके करीबी मित्र रह चुके प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने भी अपनी पार्टी स्वराज इंडिया को मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस की हालत भी नाजुक नज़र आ रही है क्योंकि दिल्ली में कांग्रेस सरकार के दौरान अध्यक्ष और मंत्री रह चुके अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। वहीं कांग्रेस के बड़े नेता अजय माकन से उनके पार्टी कार्यकर्ता भी खुश नजर नहीं आ रहे।
इन सबके अलावा इस बार के एमसीडी चुनाव में नीतीश कुमार भी अपना दमखम दिखा रहे हैं पहली बार उनकी पार्टी जेडीयू भी चुनाव मैदान में उतरी है। दिल्ली में बिहार और पूर्वांचलियों की बढ़ी संख्या के भरोसे नीतीश ने अपना ये दांव खेला, तो बीजेपी ने अपने तुरूप के इक्के मनोज तिवारी को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। मनोज तिवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही बीजेपी का हौसला सातवें आसमान पर पहुंच गया है क्योंकि पूर्वांचलियों पर मनोज तिवारी की पकड़ बतौर नेता और अभिनेता दोनों ही तरीके से काफी मजबूत है।
बहरहाल, दिल्ली का चुनावी माहौल काफी गर्म है और सभी पार्टी के उम्मीदवार इस गर्मी से काफी परेशान और चिंतित है। ऐसे में देखना दिलचप्स होगा कि आने वाले रविवार यानी 23 अप्रैल को किन-किन पार्टी के उम्मीदवारों को इस चुनावी गर्मी से राहत मिलती है।