हर चुनाव की तरह इस बार भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है। दक्षिण के सबसे बड़े राज्य कर्नाटक में कांग्रेस चारो खाने चित्त है और बीजेपी हुड़ हुड़ दबंग दबंग… गा रही है। लेकिन इन सबके बावजूद कांग्रेस ने हमेशा की तरह इस चुनाव से भी कुछ नहीं सीखा और अपनी असफलता का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया। कांग्रेस के नेता मोहन प्रकाश ने कहा, ‘मैं पहले दिन से कह रहा हूं। भारत का कोई राजनीतिक दल नहीं है जिसने ईवीएम पर सवाल न उठाया हो। यहां तक कि भाजपा भी बहुत पहले ऐसा कर चुकी है। जब सभी दल ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं तो भाजपा को बैलेट पेपर से चुनाव कराने में क्या दिक्कत है।?’ मोहन प्रकाश के बयान से साफ है कि वे इन नतीजों के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

हालांकि कांग्रेस में खुद ईवीएम को लेकर दो फाड़ है क्योंकि कुछ नेता ईवीएम को नहीं बल्कि कांग्रेस की रणनीति में कमी बता रहे हैं। हालांकि इसको लेकर विपक्ष सहित अन्य पार्टियों के नेताओँ ने तंज कसना शुरू कर दिया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने जहां इस बात पर कांग्रेस पर हंस पड़े तो वहीं उमर अब्दुल्ला ने इशारों-इशारों में तीखा कटाक्ष किया है। नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने ट्वीट किया, ‘प्लीज इस ट्वीट को भविष्य के लिए सुरक्षित कर लीजिए। यदि मैं जीता तो यह मेरे असर और कड़ी मेहनत का नतीजा होगा। यदि मैं हार गया तो पूरी जिम्मेदारी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की होगी।’


बता दें कि कर्नाटक चुनाव में किसी को भी बहुमत मिलते नजर नहीं आ रहा है। हालांकि बीजेपी के पास कांग्रेस से कहीं ज्यादा सीट है। लेकिन फिर भी जीत के दरवाजे की चाबी जेडीएस के पास है। जेडीएस जिसके साथ मिल जाएगी उस पार्टी का कल्याण होना तय है।

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